राजस्थान के जालौर, सिरोही और पाली जिले में बारिश के कहर से राहत नहीं मिल पा रही है। इस बीच बीती रात आबू रोड से माउंट आबू जाने वाले रास्ते पर एक बड़ी चट्टान गिर गई। इस चट्टान से आबू रोड से माउंट आबू जाने वाला रास्ता बंद हो गया। रास्ता बंद होने से करीब दो हजार लोग रास्ते में ही अटक गए है। स्थानीय प्रशसन चट्टान हटाने की कोशिश में लगा है। चट्टान इतनी बड़ी है कि इसे ब्लास्ट से ही हटाया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि इस काम में पूरा एक दिन लग सकता है। इधर रास्ता रूकने से माउंट आबू में दूध की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और वहां घूमने आए लोग भी परेशान हो रहे हैं।
इस बीच राजस्थान में बारिश से पाली, जालौर, सिरोही के बाद अब बाडमेर, उदयपुर और राजसमंद में भी तेज बारिश से स्थितियां बिगड़ रही है। बाडमेर जैसे रेगिस्तानी जिले में बीते 36 घंटों के दौरान कई स्थनों पर 150 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है। इससे खेतों और गांवों में पानी भर गया। जालौर जिले में भी स्थितियां लगतार खराब बनी हुई है।
पाली जिले में अधिकतम नदी नाले उफान पर हैं, जिनमें डूबने से अभ तक तीन जनों की मौत हो चुकी है।
मातरमाता पहाड़ी से टनल तक फोरलेन निर्माण के लिए काटी गई पहाड़ियों में पत्थर गिरने लगे हैं। इससे फोरलेन हाईवे बंद हो गया। उदयपुर जिले में भी लगातार बरसात का दौर जारी है। यहां कोटड़ा तहसील में सबसे ज्यादा 102 एमएम बरसात दर्ज की गई। फतहसागर झील को भरने वाले मदार बड़ा तालाब ओवरफ्लो हो गया। जिले में दो दर्जन से अधिक जलाशय भरने के बाद ओवरफ्लो चल रहे हैं।
राजसमन्द में दशकों के बाद उफान पर आई गोमती के वेग में मंगलवार शाम पांच लोग फंस गए। इधर, भाणा-लवाणा में राजसमंद झील के बैकवॉटर में चार लोग फंस गए। इनमें से दो लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं, जबकि दो लोगों के बहने का खतरा मंडरा रहा है।