शालीमार, मुंबई व कामाख्या से शनिवार को छूटने वाली 5 ट्रेनें रद्द रहीं। ये ट्रेनें दूसरे दिन रविवार को बिलासपुर नहीं पहुंची । अब परिचालन रैक नहीं मिलने व ट्रेनों के विलंब से चलने के कारण बाधित हो रहा है। माना जा रहा है कि दो से तीन और परेशानी होगी। इसके बाद ही ट्रेनें तय समय पर चलेंगी।
पांच दिन पहले नागपुर- मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस पटरी से उतरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसी दिन भारी बारिश भी हुई। इसके चलते मुंबई में पानी भर गया। रेल लाइन पर घुटने तक पानी भरा हुआ था। इसे देखते हुए रेल प्रशासन ने कुछ ट्रेनें रद्द करने की घोषणा कर दी। वहीं कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने का निर्णय लिया।
लगातार तीन से चार दिन परिचालन प्रभावित होने के कारण मुंबई-हावड़ा मेन लाइन की ट्रेनें अपने पुराने समय पर नहीं लौटी है। अब दिक्कत रैक को लेकर आ रही है।
इसी के चलते 2 सितंबर को छूटने वाली 12860 हावड़ा-छत्रपति शिवाजी टर्मिनल गीतांजलि एक्सप्रेस, 18030 शालीमार- लोकमान्य तिलक टर्मिनल शालीमार एक्सप्रेस, 12152 हावड़ा- लोकमान्य तिलक टर्मिनल समरसता एक्सप्रेस को रद्द कर दी गई।
3 सितंबर को भी कुछ ट्रेनें रद्द रहेंगी। जिनमें 18030 शालीमार- लोकमान्य तिलक टर्मिनल शालीमार एक्सप्रेस, 22886 टाटानगर - लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस रद्द रहेंगी।
4 सितंबर 12811 लोकमान्य तिलक टर्मिनल - हटिया एक्सप्रेस, 6 सितंबर को 22512 लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस- कामाख्या एक्सप्रेस व 7 सितंबर को पेयरिंग रैक उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में 82505 पुणे- कामाख्या एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
3 से 5 घंटे विलंब से छूटी ट्रेनें
कुछ ट्रेनों को पुन: निर्धारित कर चलाया जा रहा है। इनमें 15231 बरौनी- गोंदिया एक्सप्रेस 4 घंटे से भी अधिक विलंब से चलने के कारण शनिवार को गोंदिया से तय समय रात 9 बजे रवाना नहीं हो सकी।
यह ट्रेन 3 घंटे 30 मिनट देर से रात 12.30 बजे रवाना हुई। इसी तरह गोंदिया से 14.50 बजे छूटने वाली 121.6 गोंदिया- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल एक्सप्रेस 4 घंटे विलंब से शाम 18.30 बजे छूटी।शनिवार को ही छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से 19.10 बजे छूटने वाली 12105 गोंदिया एक्सप्रेस 5 घंटे 20 मिनट देर से रात 12.30 बजे रवाना हुई।