अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के दो नक्सल हिंसा प्रभावित जिलों-दंतेवाड़ा और जशपुर को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित किया।
विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में दो ग्राम पंचायतों-कर्माहा (जिला-सरगुजा) और टेमरी (जिला रायपुर) को भी अक्षर भारत राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा। समारोह में देश के विभिन्न् राज्यों को कुल ग्यारह राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए। इनमें से चार पुरस्कार छत्तीसगढ़ को मिले।दंतेवाड़ा के लिए सीईओ डॉ. गौरव सिंह, जशपुर के लिए सीईओ दीपक सोनी,कर्माहा का पुरस्कार सीईओ अनुराग पाण्डेय ने और टेमरी का पुरस्कार वहां की सरपंच तिजिया बंजारे ने ग्रहण किया।
हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा छत्तीसगढ़, इसलिए मिला सम्मान
नक्सल हिंसा पीड़ित दंतेवाड़ा जिले में साक्षर भारत अभियान के तहत सर्वेक्षित 80 हजार 208 लोगों में से 78 हजार से ज्यादा लोग साक्षर हो चुके हैं। सीईओ डॉ. सिंह ने बताया कि दंतेवाड़ा जिला जेल के सभी 732 कैदी भी इस अभियान से जुड़कर पूर्ण साक्षर हो चुके हैं और दंतेवाड़ा जिला शत-प्रतिशत साक्षर जेल की श्रेणी में शामिल हो गया है। डिजिटल साक्षरता पर भी विशेष रूप से बल दिया जा रहा है।
जशपुर सीईओ सोनी ने बताया कि मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के तहत नव साक्षरों को कौशल प्रशिक्षण से जोड़कर रोजगार दिलाने और जिले में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने पर जशपुर जिले को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार के लिए चुना गया है।