सहरिया जनजाति की बस्ती में अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शिवपुरी जिले के कोलारस क्षेत्र के प्रवास के दौरान ग्राम रन्नौद की सहरिया जनजाति की बस्ती में अचानक पहुँचे। मुख्यमंत्री बस्ती में सहरिया परिवारों से मिले और उनकी समस्याओं को सुना।
मुख्यमंत्री से मिलकर पुलकित हुई गिरजाबाई
गिरजाबाई को मिलेगी 25 हजार रूपये की आर्थिक सहायता और बच्चे को पाँच सौ रूपये मासिक
गिरजा बाई ने कभी सोचा भी नहीं था कि मुख्यमंत्री उसे मिलेंगे और बिना बताये ही उसकी समस्या को जानकर उसका समाधान भी कर देंगे। उसको कतई उम्मीद भी नहीं थी कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कभी उसके पास आयेंगे और उसके बच्चे को दुलार भी करेंगे।
शिवपुरी जिले के रन्नौद से कार द्वारा हेलीपेड के लिये लौटते समय मुख्यमंत्री श्री चौहान की नजर एक छोटे बच्चे को गोद में लिये एक ग्रामीण महिला पर पड़ी। उन्होंने तत्काल गाड़ी रूकवायी। वे उस ग्रामीण महिला के पास जा पहुँचे तथा उसके बच्चे को लाड़-प्यार किया। श्री चौहान को महिला की हालत देखकर उसकी परिस्थिति को भाँपने में देर नहीं लगी। उन्होंने मौके पर ही महिला को 25 हजार रूपये की एक मुश्त आर्थिक सहायता तथा बच्चे के पोषण के लिये प्रति माह पाँच सौ रूपये की विशेष आर्थिक सहायता देने के लिये कलेक्टर को निर्देशित किया।
गाम डगपीपरी की गिरजाबाई पति स्वर्गीय श्री हरप्रसाद जाटव गुरूवार को श्री चौहान से मिलकर खुशी से फूली नहीं समायी। मुख्यमंत्री से मिले भाई-बहन के स्नेह से उसके अपने मायके की याद ताजा हो गयी। वह अपने घर परिवार को यह बताते नहीं अघाती कि प्रदेश के मुख्यमंत्री उसके भाई हैं, जिन्होंने बहन की चिंता कर उसकी समस्या का निदान किया जिसे वह जीवन भर नहीं भूलेगी। मुख्यमंत्री की सहजता देखकर वहाँ मौजूद लोग भी अचंभित हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सहरिया परिवारों से कहा कि वे जिस जमीन पर रह रहे हैं, उन्हें पट्टा देकर उसी जमीन का मालिक बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को इस बावत तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सहरिया परिवारों की जमीन पर अगर अन्य लोगों ने कब्जा किया हुआ है, तो ऐसे कब्जे तत्काल हटवायें।
मुख्यमंत्री ने सहरिया जनजाति के परिवारों को बताया कि उन्हें साग-भाजी और दूध खरीदने के लिये प्रति माह एक हजार रूपये की राशि परिवार की महिला सदस्य के बैंक खाते में जमा करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सहरिया जनजाति के परिवारों को एक रूपये प्रति किलो गेहूँ, चावल और नमक भी प्रदाय किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने सहरिया परिवारों से आग्रह किया कि अपने बच्चों को पढ़ने-लिखने के लिये स्कूल भेजें। इसके लिये राज्य सरकार सभी तरह की सहायता उपलब्ध करवाएगी। इस दौरान उन्होंने सहरिया बस्ती में हैण्डपंप लगाने के निर्देश भी दिये।