केरवा पेयजल योजना का काम दिन-रात चला। कोलार में बंजारी दशहरा मैदान और पैलेस आर्चार्ड की 20-20 लाख लीटर क्षमता की टंकियों को जोड़ने वाली पाइप लाइन में वॉल्व फिटिंग का काम पूरा हो गया। शनिवार दोपहर 3 बजे तक बंजारी दशहरा मैदान की टंकी से पानी सप्लाई शुरू करने के लिए तीन वॉल्व लगा दिए गए। वहीं पैलेस आर्चार्ड की टंकी से कॉलोनियों में पानी वितरण करने के लिए वॉल्व फिट करने का काम पूरा हो गया।
इधर, केरवा डेम पर नगर निगम के 5 अफसरों की टीम समेत निर्माणाधीन एजेंसी नीति इंफ्रा के कर्मचारी व ठेकेदार काम पूरा कराने में जुटे रहे। शाम 6 बजे तक इंटकवेल से केरवा पहाड़ी पर बने वाटर फिल्टर प्लांट तक पानी चढ़ाने के लिए जरूरी वोल्टेज के हिसाब से बिजली सप्लाई करने के लिए 750 केवीए की डीपी रखी गई। इसका विधायक व ननि कमिश्नर ने लोकार्पण किया। इसके बाद पूरी रात केरवा डेम पर अधूरे कार्यों को पूरा करने का काम चलता रहा। रविवार को बिजली की सप्लाई समेत अन्य छोटे-छोटे अधूरे कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
केरवा डेम पर बनाए गए इंटकवेल में जमा पानी को दो पंपों से केरवा पहाड़ी पर बिछाई गई 150 मीटर लंबी ग्रेवटी लाइन के माध्यम से फिल्टर प्लांट तक पानी जाएगा। यहां पर पानी फिल्टर होगा। इसके बाद प्लांट के पीछे से केरवा नहर के किनारे-किनारे मप्र हाउसिंग बोर्ड के गौरव नगर के प्रोजेक्ट होते हुए बैरागढ़ चीचली के रास्ते कुल 7 किमी पानी की मेन लाइन तक पानी आएगा। फिर कोलार मेन रोड पर बिछाई गई पाइप लाइन तक पानी पहुंचेगा। मेन लाइन से बंजारी दशहरा मैदान पर बनी टंकी भरी जाएगी। ऐसे ही पैलेसे आर्चार्ड टंकी तक पानी आएगा। दोनों टंकियों से कॉलोनियों में बिछाई गई लाइन के माध्यम और फिर बल्क कनेक्शन से 25 दिसंबर तक वार्ड-80 और 82 के 500 से ज्यादा घरों तक पानी सप्लाई होने लगेगा।
केरवा पेयजल योजना का काम पूरा कराने शनिवार को क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा और नगर निगम कमिश्नर ने केरवा डेम पर डेरा डाल लिया। दोपहर 4 बजे केरवा पहुंचकर इंटकवेल से लेकर वाटर फिल्टर प्लांट के अधूरे कार्यों को रविवार तक पूरा कराने के लिए ननि अधिकारियों को निर्देश दिए। विधायक-कमिश्नर चार घंटे से ज्यादा समय रुके और दो पंप तक बिजली सप्लाई शुरू कराने काम खड़े होकर कराया।
25 दिसंबर सोमवार को क्षेत्रीय विधायक बंजारी दशहरा मैदान पर पैलेस आर्चार्ड की टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कर केरवा पेयजल योजना का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद लगातार तीन दिन तक टेस्टिंग के रूप में पानी सप्लाई किया जाएगा। लोकार्पण से पहले कोई टेस्टिंग नहीं होगी। नगर निगम प्रशासन तीन दिन तक पानी का इस्तेमाल नहीं करने की अपील करेगा। तीन दिन के बाद लोग पानी का उपयोग कर सकेंगे।