कोलार गेस्ट हाउस में राजस्व अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें एसडीएम ने मुद्दा उठाया कि अब भी कुछ पटवारी ऐसे है जिन्होंने पुराने नक्शे की सीट जमा नहीं कराई है। इससे राजस्व रिकार्ड अपडेट नहीं हो रहा। इस पर कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने नाराजगी जाहिर करते हुए ऐसे पटवारियों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दे दिए। बैठक में सभी सर्किलों के एसडीएम और तहसीलदार मौजूद थे। कलेक्टर ने पांच घंटे तक राजस्व अधिकारियों की क्लास ली।
कलेक्टर ने कहा राजस्व प्रकरणों को तब तक समाप्त नहीं किया जाए जब तक अपडेट खसरे का प्रिंटआउट प्रकरण की फाइल में न लगाया जाए। उन्होंने कहा कि एसडीएम और तहसीलदार कोर्ट से नामांतरण और बंटवारा के जो आदेश हो रहे हैं, वह आरसीएमएस साफ्टवेयर में तो दर्ज हो जाता है लेकिन, इस आदेश के आधार पर राजस्व रिकार्ड (खसरा) अपडेट नहीं किया जाता। आए दिन इस तरह की शिकायतें लोग करते रहते हैं। वहीं राजस्व कोर्ट की जांच में भी ऐसे ढेरों मामले सामने आए हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा। आदेश को आरसीएमएस में दर्ज करने साथ-साथ खसरे में परिवर्तन हुआ है या नहीं एसडीएम और तहसीलदार इसकी भी जांच करें। जैसे ही खसरा नंबर बदलेगा उसका प्रिंटआउट निकालकर आदेश के साथ चस्पा करना होगा। इसके बाद इसे भी आरसीएमस में ऑनलाइन करना होगा।
कलेक्टर ने डायवर्सन वसूली की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी तहसील और सर्किलों में डायवर्सन और वसूली के लक्ष्य दोबारा तय किए। सभी को नए टारगेट देते हुए कहा कि 31 मार्च तक यह लक्ष्य पूरा करें। हुजूर तहसील और गोविंदपुरा सर्किल को जहां 47-47 करोड़ का वहीं टीटी नगर 45 करोड़, एमपी नगर को 33 करोड़, बैरागढ़ सर्किल को 8 करोड़ और बैरसिया को 2 करोड़ का डायवर्सन वसूली का नया लक्ष्य दिया गया।
आवासहीनों को जल्द से जल्द दें पट्टे, तय समय सीमा में बांटे कोई देरी न करें
कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने बैठक में आवासहीनों को तय समयसीमा में पट्टे वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीएस भी इस संबंध में नाराजगी जाहिर कर चुके हैं इसलिए कोई भी देरी न करें। बैठक में हुजूर तहसील के पटवारी रमेश शर्मा व एक अन्य महिला पटवारी भारती महावर को लक्ष्य से ज्यादा वसूली करने पर कलेक्टर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। रमेश शर्मा को 60 लाख रुपए का टारगेट दिया गया था जबकि उन्होंने एक करोड़ 20 लाख रुपए की वसूली कर ली है।