मध्यप्रदेश को मिले तीन राष्ट्रीय अवार्ड
मध्यप्रदेश को मिले तीन राष्ट्रीय अवार्ड
एस.जे.केबिनेट ने की सराहना मध्यप्रदेश को सूचना प्रौद्योगिकी तथा कृषि के क्षेत्र में मिले राष्ट्रीय अवार्डों की जानकारी आज यहाँ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में सम्पन्न केबिनेट की बैठक में दी गई। केबिनेट ने इस उपलब्धि की करतल ध्वनि से सराहना की। मध्यप्रदेश को ई-भुगतान के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिये गोल्ड अवार्ड और स्टेट ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला है। इसी तरह कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये प्रदेश को एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड 2012 मिला है।ई-भुगतान के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिए मध्यप्रदेश को गोल्ड अवार्ड स्कॉच डेव्हलपमेंट फाउण्डेशन के कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री सलमान खुर्शीद ने दिया। ई-भुगतान प्रणाली के साथ अन्य आई.टी. परियोजनाओं को सम्मिलित करते हुए मध्यप्रदेश को स्टेट ऑफ दि इयर अवार्ड भी दिया गया। यह अवार्ड आई.टी. सेक्टर में किये गये श्रेष्ठ कार्यों के लिये देश के सभी राज्यों और संस्थाओं में से सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि वाले राज्य को दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में अब लगभग 87 प्रतिशत ई-भुगतान किया जा रहा है। लगभग पाँच लाख कर्मचारी, पाँच लाख वेण्डर और पेंशनरों को ई-भुगतान किया जा रहा है। वेण्डरों को ई-भुगतान करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है।मध्यप्रदेश को एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड 2012 कृषि क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये एग्रीकल्चर टुडे पत्रिका द्वारा दिया गया है। कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया कोे यह अवार्ड पिछले दिनों दिल्ली में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री हरीश रावत ने दिया।कृषि क्षेत्र में नीति निर्माण में सशक्त पहल करने, कृषि प्रबंधन की उत्कृष्ट व्यवस्था, राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत फसल परिवर्तन, उन्नत बीज उत्पादन, जैविक खेती, देश में सर्वाधिक कृषि उत्पादन दर की उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रतिष्ठित कृषि नेतृत्व अवार्ड के लिए मध्यप्रदेश का चयन किया गया। प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है और कृषकों के उत्थान के अनेक ठोस निर्णय लिये गये हैं। कृषि से जुड़े मुद्दों पर नीतिगत निर्णय लेने के लिए कृषि केबिनेट का गठन किया गया है। सहकारी बैंकों द्वारा कृषकों को शून्य ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है।