जंगल -जंगल बात चली है पता चला है
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वनविहार में एक से सात अक्टूबर तक विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन सुनीता दुबेवन्य-प्राणी सप्ताह-2012 के तहत वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल द्वारा विश्व प्रकृति-निधि भारत के सहयोग से विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिये विभिन्न गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। एक अक्टूबर से सात अक्टूबर तक होने वाली इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य वन एवं वन्य-प्राणी संरक्षण के प्रति छात्र-छात्राओं और लोगों को जागरूक करना है।वन्य-प्राणी सप्ताह के दौरान वन विहार में एक अक्टूबर को 10.30 से 12.30 बजे तक चित्रकला प्रतियोगिता होगी। कक्षा एक से चार तक के बच्चों के लिये ‘मेरा प्रिय वन्य-प्राणी’, कक्षा पाँच से कक्षा आठ तक के बच्चों के लिये ‘भोपाल का प्राकृतिक सौंदर्य मेरी नजर में’, कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों के लिये ‘हमारे वन एवं वन्य-प्राणी’, ओपन केटेगरी में ‘राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटन’ और मूक-बधिर लोगों के लिये उनके स्वयं की पसंद के विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता होगी।दो अक्टूबर को प्रातः 6 से 8.30 बजे तक पक्षी अवलोकन शिविर, 9 से 11 बजे तक रंगोली प्रतियोगिता और विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिये फोटोग्राफी कार्यशाला एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिता होगी। रंगोली प्रतियोगिता में कोई भी भाग ले सकता है।तीन अक्टूबर को प्रातः 6 से 8.30 बजे तक पक्षी अवलोकन शिविर, 10.30 बजे से ‘‘भोपाल शहर के समीप वन क्षेत्रों में विचरण कर रहे बाघों को पकड़ कर क्या अन्य वन क्षेत्र में छोड़ा जाना चाहिये या इन्हें यहीं रखना चाहिये’’ विषय पर विद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी। इसी दिन 11 बजे से शिक्षक कार्यशाला और वन्य-प्राणी संरक्षण में शिक्षकों की भूमिका पर कार्यक्रम भी होगा।चार अक्टूबर को प्रातः 6 से 8.30 बजे तक पक्षी अवलोकन शिविर तथा 11.30 बजे से शिक्षक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रतियोगिता का विषय होगा ‘‘क्या बाघ संरक्षित क्षेत्रों के कोर-एरिया में पर्यटन होना चाहिये?’’पाँच अक्टूबर को प्रातः 6 से 8.30 बजे तक पक्षी अवलोकन शिविर के उपरांत 10.30 से 12.30 बजे तक निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। कक्षा पाँच से आठ तक के बच्चों के लिये विषय होगा ‘‘वन विहार, जैसा मैंने देखा अथवा मध्यप्रदेश के वन्य-प्राणी’’, कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के लिये विषय होगा ‘‘मध्यप्रदेश में ईको-पर्यटन की संभावनाएँ अथवा राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण्यों का निर्माण एक मानवीय आवश्यकता है’’। खुला वर्ग के लिये ‘‘महाविद्यालय एवं अन्य अल्प-कार्बन जीवन-शैली अथवा पारिस्थितिकीय तंत्र में वनों का महत्व’’ पर निबंध प्रतियोगिता होगी। ‘‘विकास ही पर्यावरण असंतुलन का कारण है?’’ विषय पर महाविद्यालयीन विद्यार्थी वाद-विवाद करेंगे।छह अक्टूबर को प्रातः 6 से 8.30 बजे तक पक्षी अवलोकन शिविर होगा। इसके पश्चात 10 बजे से स्कूली बच्चों के लिये सृजनात्मकता कार्यशाला एवं प्रतियोगिता का और कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चों के लिये क्विज काम्पटीशन का आयोजन किया जायेगा।वन्य-प्राणी संरक्षण सप्ताह के अंतिम दिन सात अक्टूबर को वन विहार में स्कूली बच्चों के लिये वन्य-प्राणियों पर आधारित फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता, खुला प्रश्न-मंच, फोटोग्राफी एवं पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। इसके उपरांत प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह का आयोजन होगा।