मेकिंग एमपी द टूरिस्ट स्टेट
अगर अभी इन्वेस्ट नहीं करेंगे, तो बाद में पछतायेंगे एमपी के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुरेन्द्र पटवा ने सेक्टोरल सेमिनार 'मेकिंग एमपी द टूरिस्ट स्टेट' में कहा कि मध्यप्रदेश ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन नीति और भूमि निवर्तन की नीति में संशोधन किये हैं। उन्होंने कहा कि नई नीति में विलासिता कर में छूट दी गई है। नये होटलों में विलासिता कर में 8 वर्ष तक छूट रहेगी। इंदौर और भोपाल में यह छूट 5 वर्ष के लिये होगी। तीन हजार रुपये तक के किराये के कमरों पर विलासिता कर नहीं लगेगा। हेरिटेज होटलों में 10 वर्ष के लिये छूट की पात्रता होगी। श्री पटवा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की नीति और नीयत सच्ची है। अगर अभी इन्वेस्ट नहीं करेंगे तो बाद में आपको दुख जरूर होगा। श्री पटवा ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक, वन्य और जल पर्यटन-स्थल पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में 6 करोड़ 21 लाख टूरिस्ट मध्यप्रदेश आये। श्री पटवा ने कहा कि प्रदेश में एयर कनेक्टीविटी बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं।मैं अपनी सभी फिल्म मध्यप्रदेश में ही बनाऊंगा : निर्देशक प्रकाश झाप्रसिद्ध फिल्म प्रोडयूसर एवं निर्देशक प्रकाश झॉ ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मात्र एक टेलीफोन कॉल की दूरी पर रहते हैं। इससे समस्याओं का निराकरण त्वरित होता है। मैं अपनी सभी आगामी फिल्म मध्यप्रदेश में ही बनाऊंगा। उन्होंने कहा कि 4 फिल्म का निर्माण अतिशीघ्र भोपाल और आसपास शुरू करूंगा। श्री झॉ ने कहा कि केरवा में 22 एकड़ क्षेत्र में फिल्म स्टूडियो बना रहा हूँ। यहाँ पर फिल्मों और टेलीविजन सीरियल की शूटिंग हो सकेगी। उन्होंने कहा कि शूटिंग के लिये जो माहौल मध्यप्रदेश में है, वह देश में कहीं नहीं है। श्री झॉ ने कहा कि मध्यप्रदेश के टूरिज्म होटल फाइव-स्टार से कम नहीं हैं। यहाँ के कर्मचारी विनम्र और व्यवहार कुशल हैं।सचिव पर्यटन श्री हरिरंजन राव ने बताया कि मध्यप्रदेश में देश का सबसे ज्यादा वन क्षेत्र है। प्रदेश देश में टाईगर स्टेट के रूप में जाना जाता है। प्रदेश में 16 पर्यटन जोन बनाये गये हैं। यहाँ इन्वेस्टमेंट करने पर कई सुविधाएँ दी जायेंगी। पर्यटक स्थलों के पास पर्याप्त लेण्ड-बेंक उपलब्ध है। प्रदेश की नई ऐविएशन पॉलिसी भी बनाई जा रही है। श्री राव ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे अन्य उपायों की जानकारी भी दी। फेडरेशन ऑफ होटल एण्ड रेस्टारेंट के पदाधिकारी एवं हास्पिटेलिटी के क्षेत्र में कार्य कर रहे श्री एस.एम. शेरवानी ने कहा कि होटल को भी आधारभूत संरचना में शामिल किया जाये।होटल एवं रेस्टारेंट एसोसिएशन के मेम्बर सुनीत कोठारी ने कहा कि टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश में कनेक्टीविटी और राज्य की मार्केटिंग करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि केपिटल सब्सिडी देने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। श्री कोठारी ने कहा कि इंट्रेस्ट सब्सिडी देने पर भी विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनओसी और लायसेंस ऑनलाइन दी जायें।यस बेंक के सीईओ तुषार पाण्डेय ने कहा कि सोसायटी को टूरिज्म से जोड़ा जाये। सीईओ इण्डियन फेडरेशन ऑफ टूरिज्म श्री आशीष गुप्ता ने कहा कि मध्यप्रदेश को देश का एंट्री प्वांइट बनाया जाये। एमडी पर्यटन श्री राघवेन्द्र सिंह ने पर्यटन के विकास के लिये किये गये कार्यों की जानकारी दी। सभी प्रतिभागियों को पर्यटन की जानकारी संबंधी साहित्य भी उपलब्ध करवाया गया।