आतंकियों द्वारा अगवाकर मौत के घाट उतार दिए गए शहीद औरंगजेब का शव शनिवार को ईद के दिन उनके पैतृक गांव पहुंचा।
पुंछ। जिस ईद को मनाने के लिए औरंगजेब छुट्टी लेकर घर के लिए निकला था वो ईद भी आई और औरंगजेब भी घर पहुंचा लेकिन जिंदा नहीं बल्कि कफन में लिपटा हुआ। आतंकियों द्वारा अगवाकर मौत के घाट उतार दिए गए शहीद औरंगजेब का शव शनिवार को ईद के दिन उनके पैतृक गांव पहुंचा। पार्थिव शरीर के गांव में पहुंचते ही पूरा गांव उमड़ पड़ा। हर कोई इस हीरो को अंतिम विदाई देना चाहता था।
नम आंखों के साथ पिता बेटे के शव के आगे चलते रहे। दरअसल, शुक्रवार को खराब मौसम की वजह से औरंगजेब की पार्थिव देह उनके गांव नहीं पहुंच पाई थी। ईद के इस मुबारक मौके पर औरंगजेब के घर और गांव में मातम पसरा हुआ है।
शहीद औरंगजेब के पिता ने कहा- 72 घंटों में हत्यारों को ढेर करो नहीं तो खुद उठा लूंगा बंदूक
बेटे का शव देख पिता भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने अपना वादा निभाया है। वो देश के लिए शहीद होकर लौटा है। मैं राज्य और केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि इन आतंकियों का खात्म करें।
बता दें कि औरंगजेब को आतंकियों ने तब अगवा कर लिया था जब वो ईद की छुट्टी मनाने के लिए घर आ रहे थे। अगवा करने के बाद आतंकियों ने उनके साथ मारपीट करके हत्या कर दी। इसके बाद उनका शव पुलवामा के गुसो में मिला था। औरंगजेब की शहादत के बाद आतंकियों ने उनका एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें वो उससे पिछले दिनों घाटी में हुए एनकाउंटर्स की जानकारी ले रहे हैं।