महासमुंद के ब्लाक के छिलपावन संकुल अंतर्गत बंबुरडीह पंचायत के आश्रित गांव रामाडबरी में अब तक स्थाई रूप से शिक्षक की व्यवस्था नहीं की गई है। रामाडबरी शासकीय प्राथमिक शाला में बीते दो साल से शिक्षक नहीं है।
एक शिक्षिका ने यहां ज्वाइन किया, बाद से लगातार अवकाश पर है। यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों का संकुल से व्यवस्था के तहत भेजे गए शिक्षक पढ़ाते है। सोमवार नौ जुलाई को स्कूल की अर्से की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन किया।
जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण पटेल की अगुवाई में गए ग्रामीणों ने यहां स्थाई रूप से शिक्षक की मांग को लेकर तालाबंदी कर दी है। जानकारी अनुसार स्कूल में स्थाई शिक्षक नहीं होने से ज्यादातर पालकों ने बच्चों को दूरस्थ स्कूल में भर्ती कराया है। यहां फिलहाल 34 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
ग्रामीण यहां दो साल से शिक्षक की मांग कर रहे हैं। शिक्षा अधिकारी के आदेश पर संकुल से कुछ-कुछ दिन के लिए अस्थाई तौर पर शिक्षक की नियुक्ति कर दी जाती है। ग्रामीणओं ने बताय कि यहां पदस्थ शिक्षिका आकांक्षा मिश्रा दो साल तक स्कूल नहीं आई।
हाल ही में एक दिन के लिए स्कूल आई फिर से लगातार अनुपस्थित है। ग्रामीणों ने बताया कि कक्षा पहली में बच्चों का प्रवेश नहीं हो रहा है। दूसरी ओर पांचवी उत्तीर्ण करने वालों छात्रों को समय पर टीसी नहीं मिली, जिससे बावनकेरा स्कूल में सभी को भर्ती किया गया।