कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में वर्ष 2013 में हुए नक्सली हमले के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का हाथ होने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी पीएल पूनिया ने जोगी की कांग्रेस में वापसी के दरवाजे बंद होने का ऐलान करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की हत्या के पीछे वही थे।
पुनिया ने एक साक्षात्कार में कहा कि बस्तर क्षेत्र के सुकमा जिले की दरभा घाटी के नक्सल हमले में राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व का सफाया कर दिया गया था। जोगी पर इस हमले के पीछे होने का हाथ है। यह आरोप सार्वजनिक हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि सुकमा जिले में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हुए नक्सली हमले में कम से कम 27 लोग मारे गए थे। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ला समेत राज्य के पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रमुख नंद कुमार पटेल भी शामिल थे।
सालों पहले उत्तरप्रदेश में मायावती के सहयोगी रह चुके पुनिया ने यह भी दावा किया कि जोगी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच कोई गठबंधन नहीं हो सकता है। उन्होंने ऐसी अफवाहों के लिए जोगी और भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह लोग अफवाहें उड़ाने के विशेषज्ञ हैं।
पुनिया छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बसपा के गठजोड़ के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि मायावती की पार्टी से गठजोड़ करने पर चुनाव में कांग्रेस की स्थिति बेहतर होगी। इस विषय पर उचित स्तर पर चर्चा की जा रही है।
पुनिया के आरोप पर अजीत जोगी का पक्ष लेने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। उनके पुत्र और विधायक अमित जोगी का कहना है कि एजेंसी से जारी खबर को देखने के बाद ही कोई बयान दिया जा सकेगा।