ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के लिए इंदौर तैयार
इंदौर में आगामी 28 अक्टूबर से आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर मीट की तैयारियाँ अंतिम दौर में है। प्रदेश में औद्योगिक निवेश को लाने के राज्य सरकार के इस महत्वपूर्ण आयोजन में देश-विदेश के करीब 2200 निवेशक शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ ग्लोबल इन्वेस्टर मीट की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव आर.परशुराम भी उपस्थित थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री पी.के. दाश सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर मीट के गरिमामय आयोजन की सभी तैयारियाँ व्यवस्थित रूप से समय-सीमा में पूरी की जाये। मीट में आने वाले निवेशकों को प्रदेश की विशेषताओं के बारे में पहले से जानकारी दी जाये।बैठक में बताया गया कि इन्वेस्टर मीट के पहले दिन लघु उद्यमियों के लिये वर्कशाप आयोजित की जायेगी। इसमें करीब 700 से लघु उद्यमी शामिल होंगे। इसी दिन मध्यप्रदेश के विकास पर केन्द्रित विशेष प्रदर्शनी की शुरूआत भी होगी। इन्वेस्टर मीट के दूसरे दिन आयोजित उद्घाटन सत्र में मध्यप्रदेश पर बनी लघु फिल्म ‘‘एडवांटेज मध्यप्रदेश’’ की स्क्रीनिंग होगी। इसी दिन अलग-अलग सेक्टरवार पाँच सेमीनार आयोजित किये जायेंगे। यह सेमीनार इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल, नवकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य, एग्री बिजनेस एवं फूड प्रोसेसिंग, अधोसंरचना और नगरीय विकास पर केन्द्रित होंगे। इन्वेस्टर मीट के तीसरे दिन भी सेक्टरवार पाँच सेमीनार होंगे, जिनके विषय सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास, वेयर हाऊसिंग और लॉजिस्टिक, टेक्सटाइल तथा पर्यटन रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान तीनों दिन उद्यमियों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे।ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का पहला दिन होगा छोटे उद्यमियों के लियेइंदौर में होने वाली ग्लोबल इनवेस्टर समिट का पहला दिन 28 अक्टूबर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को समर्पित होगा।समिट में महाप्रबंधक एवं अधीनस्थ अधिकारी, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र भोपाल द्वारा 105 एमओयू तैयार करवाये गये हैं। इनमें 902 करोड़ 30 लाख रुपये का पूँजी निवेश होगा और 25 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र मण्डीदीप द्वारा 42 एमओयू तैयार करवाये गये हैं। इनमें 790 करोड़ 52 लाख रुपये का पूँजी निवेश होगा और 7,500 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।इस प्रकार भोपाल एवं मण्डीदीप का कुल पूँजी विनियोजन 1692 करोड़ 82 लाख रुपये होगा और इससे लगने वाले उद्योगों में 32 हजार 600 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।जिन उद्योगों से एमओयू किये गये हैं, उनमें मुख्य रूप से हायर केपेसिटी ट्रांसफार्मर, पेस्टीसाइड फार्मुलेशन, ट्रेक्शन मोटर्स, आर्किटेक्चरल, इन्सुलेटेड ग्लास, हाई प्रेशर पाइप, हीट एक्सचेंजर, फिन ट्यूब, पेट बॉटल एण्ड कन्टेनर, रिसायकल ऑफ ए.एफ. मेटल, सॉफ्टवेयर सल्युशन एण्ड आई.टी., इंटरप्राइजेज सल्युशन, ए.आर.सी. शट स्विच गेयर असेंबली, सालवेन्ट एक्सट्रेक्शन प्लांट, एडिबल ऑइल रिफायनरी, कृषि उपकरण, सोलर-पॉवर, बॉक्स कॉटेज, सिन्थेटिक यार्न, आइस्क्रीम, राइस मिल, मेटल स्टेच्यू, टी.एन्ड.टी. स्टील, स्ट्रा बोर्ड, जनरेटर सेट, इंजेक्शन, टफल ग्लास, ट्रेक्टर पार्ट्स आदि शामिल हैं।