रायपुर के विस्तार को देखते हुए आगामी वर्षों की योजना बनने लगी है। नया रायपुर से दुर्ग तक कई शहर रायपुर से जुड़ चुके हैं। अब सरकार रायपुर से दुर्ग तक एक नई एक्सप्रेस सड़क बनाने की तैयारी कर रही है। इस एक्सप्रेस वे से वृहद रायपुर परियोजना में शामिल नौ शहर जुड़े रहेंगे।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने हाइवे अथारिटी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को नए एक्सप्रेस वे का डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का निर्देश दिया है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस एक्सप्रेस वे के निर्माण की घोषणा मार्च 2016 में की थी। इसके निर्माण की तैयारी शुरू हो चुकी है। रायपुर से दुर्ग तक 26.60 किमी सड़क एक्सप्रेस वे के रूप में विकसित की जाएगी। इस मार्ग पर वाहन निर्बाध गति से चलेंगे।
रायपुर से होकर गुजरने वाले एनएच 53 के साथ-साथ यह सड़क चलेगी। नया रायपुर, रायपुर, चरोदा, जामुल, कुम्हारी, भिलाई-3, दुर्ग आदि शहर ग्रेटर रायपुर परियोजना में शामिल होंगे। इन शहरों की नगर पालिका सीमाओं को छूता हुआ एक्सप्रेस वे निकलेगा और इन सभी शहरों को आपस में जोड़ेगा। राज्य के लोक निर्माण विभाग के मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि सरकार रायपुर महानगर के विकास की योजना पर काम रही है।
राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ की पांच हजार किमी सड़कों के उन्नयन और चौड़ीकरण का प्लान एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) को भेजा है। इसकी कुल लागत 10 हजार 500 करोड़ रूपए होगी। इससे पहले प्रदेश में एडीबी की मदद से 1249 किमी स्टेट हाइवे का उन्नयन किया जा चुका है। 916 किमी स्टेट हाइवे का प्लान अलग से भेजा गया है।
प्रदेश में स्टेट रोड डवलपमेंट प्रोजेक्ट 2002-03 में बना था। इसी योजना के तहत सड़कों का विकास किया जा रहा है। प्रदेश में ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर से जोड़ने के लिए एनएच 6, एनएच 16 और एनएच 78 सड़कें हैं जिन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। नार्थ-साउथ कॉरीडोर में बिलासपुर से रायपुर और रायपुर से जगदलपुर तक एनएच 200 और एनएच 43 को भी विकसित किया जा रहा है।