समाज में कई बार बुजुर्गों को वह सम्मान नहीं मिल पाता जिसके वे हकदार हैं। आर्थिक रूप से संपन्न होने के बाद भी कई बार बुजुर्ग अकेलापन महसूस करते हैं। प्रदेश के ऐसे बुजुर्ग जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या किसी कारणवश अपने परिवार के साथ नहीं रहते या फिर बच्चे विदेश चले गए हैं। ऐसे बुजुर्गों के लिए ओल्ड एज होम बनेगा। यहां उनकी देखरेख के लिए तमाम संसाधन उपलब्ध रहेंगे। प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय अशोक शाह ने कलेक्टर सुदाम पी खाडे को दोबारा पत्र लिखकर ओल्ड एज होम के लिए इनायतपुर कोलार की 4 एकड़ जमीन जल्द आवंटित करने के लिए कहा है। शाह ने पत्र में उल्लेख किया है कि आचार संहिता लागू होने से पहले जमीन का शिलान्यास किया जा सके इसलिए त्वरित कार्रवाई करें।
जिला प्रशासन ने इससे पहले बड़बई जेल की पहाड़ियों में जमीन आवंटित कर दी थी। जो बुजुर्गों के हिसाब से अनुपयुक्त पाई गई। यहां पहाड़ी में जमीन होने के कारण बुजुर्गों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता। इसलिए कलेक्टर को दोबारा पत्र लिखकर कोलार के इनायतपुर की जमीन आवंटित करने के लिए कहा गया है।
ओल्ड एज होम में रहने के लिए पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर रूम आवंटित होगा। इसके लिए यहां रहने वालों को हर साल फीस अदा करना होगी। इसमें एसी और नॉन एसी दोनों तरह के कमरे उपलब्ध रहेंगे। एसी कमरों के लिए अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ेगा। कमरे भी सिंगल और डबल बेड के रहेंगे। इसे बनाने में करीब 15 करोड़ रुपए खर्च आएगा।
ओल्ड एज होम में बुजुर्गों के मनोरंजन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यहां लाइब्रेरी, पार्क, पूजा व ध्यान कक्ष, विभिन्न खेल, वाई-फाई, योगा, वॉकिंग ट्रैक, ग्रॉसरी शॉप, स्टेशनरी, मैस, डॉक्टर सहित अन्य तमाम सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। लांड्री और दवाखाना आदि की व्यवस्था भी रहेगी। ओल्ड एज होम में शुरुआत में 100 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था रहेगी। ये बुजुर्ग उच्चाधिकारी के साथ, डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, व्यवसायी या किसी अन्य क्षेत्र से जुड़े हो सकते हैं। साहित्य में रुचि रखने वालों के लिए यहां गोष्ठी कक्ष भी बनाया जाना प्रस्तावित है।
कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने बताया ओल्ड एज होम बनाने के लिए इनायतपुर कोलार में 4 एकड़ जमीन दी आवंटित की जा रही है। फिलहाल यह जमीन आरक्षित कर दी है। प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही जमीन आवंटित कर दी जाएगी।