एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान श्रीकृष्ण से कृपा की वर्षा करने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा है कि प्रगति और विकास पथ पर प्रदेश-देश लगातार उन्नति करे। सबके जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धी-सिद्धी आये। श्री चौहान ने यह प्रार्थना कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में की। सर्वधर्म समभाव की परंपरा को आगे बढाते हुए मुख्यमंत्री निवास में श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्रद्धा और भक्ति भाव से आज मनाया गया। इस अवसर पर श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान श्री कृष्ण के श्रीचरणों में नमन करते हुये कृपा और आनंद की वर्षा करने की प्रार्थना की। उन्होंने भक्तगणों का आव्हान किया कि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो जायें। उन्होंने सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी। सब सुखी, सब निरोगी हों। श्री चौहान ने बताया कि भोपाल सेंट्रल जेल के कार्यक्रम में बंदियों के भक्ति रंग को देख, वे अत्यंत प्रभावित हुये। उन्हें कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में एक अच्छा इंसान जिंदा रहता है। कई बार विपरीत परिस्थितियों वश जेल जाना पड़ता है। आपातकाल के दौरान उन्हें भी भोपाल जेल में रहना पड़ा था। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भी कारागार में हुआ था।
जन्मोत्सव में सेंट्रल जेल भोपाल के बंदियों द्वारा भक्ति संगीत की ऐसी धारा प्रवाहित की गई जिसमें सारा परिवेश भक्तिरस में सराबोर हो गया। भगवान श्रीकृष्ण के भजनों से वातावरण कृष्णमय होकर, पूरी तरह आध्यात्मिक बन गया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने सभी धर्मों के विशिष्ट त्यौहारों और अवसरों पर मुख्यमंत्री निवास में उत्सवों के आयोजन की परंपरा स्थापित की है। इसे गरिमा के साथ आगे बढ़ाते जा रहे हैं। इसी श्रंखला मे आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरी पारंपरिक गरिमा एवं अनुष्ठान से मनाया गया। बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। उत्सव में विधिवत कृष्ण जन्म, मटकी फोड़, पूजन-अर्चन आदि के कार्यक्रम भक्तिपूर्ण उल्लासमय गरिमा के साथ मनाये गये।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। श्री चौहान ने शुभकामना संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद् भगवद् गीता के माध्यम से कर्मयोग की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन, भक्ति-ज्ञान और कर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिक उत्कर्ष उनके दार्शनिक तत्व हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों पर चलने का आव्हान करते हुए कहा कि भक्ति, कर्म और ज्ञान मार्ग से ही समाज और प्रदेश के नव-निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।
राज्यपाल ने जन्माष्टमी पर प्रदेशवासियों को दी बधाई
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्रीमती पटेल ने शुभकामना संदेश में कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने दुनिया को सत्य के मार्ग पर चलते हुए कठिनाईयों का सामने करने की सीख दी है। भगवद गीता के उपदेश जनमानस के लिए जीवन दर्शन प्रस्तुत करते हैं।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिया गया गीता का ज्ञान विश्व में आज भी प्रासांगिक है। श्रीमती पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों की सुख- समृद्धि की कामना की है।