पेट्रोल और डीजल के दामों में आग लगी हुई है। रोज तेल के दाम नई ऊंचाईयों को छू रहे हैं। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 89 रुपए के स्तर को पार कर चुकी है। इस बीच बाबा रामदेव ने कहा है कि अगर सरकार उन्हें इजाजद दे, तो वह 35 से 40 रुपए लीटर में पेट्रोल और डीजल बेच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार मुझे ऐसा करने की इजाजत दे और टैक्स में कुछ छूट दे, तो मैं भारत को 35-45 रुपए लीटर में पेट्रोल-डीजल दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की ऊंची कीमतों का अगले साल चुनाव पर असर पड़ेगा। बढ़ोतरी रोकने के लिए केंद्र सरकार को कदम उठाना चाहिए।
रामदेव ने कहा कि ईंधन की कीमतों को जीएसटी के निम्नतम दायरे में लाया जाए, न कि अधिकतम 28 फीसद के स्लैब में। लोगों की जेब तेल के महंगे होने से खाली हो रही हैं। लगातार बढ़ते पेट्रोल के दाम से मोदी सरकार दबाव में है। हालांकि, लगातार गिरती रुपए की कीमत और अमेरिका द्वार ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध आदि कुछ ऐसी वैश्विक वजहें हैं, जिससे सरकार पेट्रोल की कीमतों में कटौती नहीं कर सकती है।
अगर मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक रुपए की कटौती करती है, तो उसे राजस्व में 14 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। इससे वित्तीय घाटे को जीडीपी के 3.3 फीसद के लक्ष्य तक ले जाने में सरकार विफल हो जाएगी। बताते चलें कि वर्तमान में सरकार पेट्रोल पर 19.48 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 15.33 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगाती है। वहीं, हर राज्यों में वैट की दर अलग-अलग हैं।
रामदेव ने कहा कि वह किसी एक दल के साथ नहीं हैं। महंगाई के सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि मैं या आप कहें या न कहें पर मोदी सरकार को ये महंगाई कम करनी होगी। अगर ये महंगाई कम नहीं की, तो ये आग उन्हें ले डूबेगी।