केश शिल्पियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराने का प्रस्ताव केन्द्र को
संत सेन महाराज की जन्मभूमि पर बनेगा स्मारकआगामी चुवाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित केश शिल्पी पंचायत में घोषणा की कि संत शिरोमणि सेन महाराज की जन्मभूमि बांधवगढ़ में स्मारक के निर्माण के लिये राज्य सरकार द्वारा भूमि तथा धन उपलब्ध कराया जायेगा। संत सेन महाराज के साहित्य प्रकाशित कर समाज में वितरित किया जायेगा। केश शिल्पियों को परिचय पत्र दिये जायेंगे। सेन समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने के प्रस्ताव को केन्द्र शासन को भेजा जायेगा। विभिन्न समाजों से संवाद स्थापित करने की श्रंखला में यह पंचायत नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा आयोजित की गयी थी।मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत में केश शिल्पियों के लिये कई सौगातों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शहरों और गाँवों में केश शिल्पियों के लिये स्थान चिन्हित किये जायेंगे। आधुनिक तरीकों से व्यवसाय के लिये केश शिल्पियों को प्रशिक्षण के साथ महिलाओं को भी ब्यूटिशियन का प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। शासन द्वारा केश शिल्पी समाज के युवाओं के स्वरोजगार के लिये ऋण उपलब्ध कराने की योजना लागू की जायेगी। इसके अन्तर्गत इकाई लागत 50 हजार तक, 50 हजार से 2 लाख तक तथा 2 लाख से अधिक की सहायता दी जायेगी। ऋण लेने के लिये हितग्राही को बैंक गारंटी, ब्याज अनुदान तथा मार्जिन मनी भी दी जायेगी।केश शिल्पियों को दीनदयाल अन्त्योदय उपचार योजना और राज्य बीमारी सहायता निधि में शामिल किया जायेगा। केश शिल्पियों के बच्चों को पहली कक्षा से छात्रवृत्ति दी जायेगी। केश शिल्पियों के प्रतिभाशाली बच्चों को उच्च शिक्षा के लिये ऋण की गारंटी दी जायेगी। जनश्री बीमा योजना में केश शिल्पी परिवारों को शामिल किया जायेगा। दुर्घटना में घायल होने या अपंगता की स्थिति में सहायता दी जायेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार केश शिल्पियों के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध है। उनके मान-सम्मान में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। राज्य सरकार ने पंचायतों की पद्धति विकसित की है, जिसमें विभिन्न वर्गों की वास्तविक जरूरतों के अनुसार निर्णय लिये जाते हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इस अवसर पर केश कला में विश्व रिकार्ड बनाने वाले जय नारायण भाटी को सम्मानित किया।नगरीय विकास एवं प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर ने सेन समाज के लोगों को ईमानदार और मेहनती बताते हुए कहा कि राज्य सरकार गरीबों, किसानों, वंचित वर्ग के लोगों की सरकार है उन्हें पूरी तरह से सामाजिक सुरक्षा प्रदान की गई है। शहरी विकास राज्य मंत्री श्री मनोहर ऊँटवाल ने स्वामी अचलानन्द महाराज के शुभकामना संदेश का वाचन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की लोक कल्याणकारी पहल के कारण समाज के छोटे से छोटे वर्ग के कल्याण की योजनाएं बनायी गई है। उन्होंने कहा कि घरेलू कामकाजी महिलाओं, फुटपाथ पर विक्रय करने वालों और हाथ ठेला-रिक्शा चालकों के आर्थिक विकास के लिये कई कार्यक्रम बनाये गये हैं। उन्हें गरिमापूर्ण तरीके से जीवनयापन करने का अवसर देने के लिये फोटोयुक्त परिचय पत्र बनाने जैसे कदम उठाये गये हैं।भारतीय सेन समाज की मध्यप्रदेश शाखा के अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने कहा कि स्वतंत्र भारत में मध्यप्रदेश में यह पहली बार हुआ जब मुख्यमंत्री निवास में सेन समाज को आमंत्रित कर विकास के लिये मुख्यमंत्री ने सीधा संवाद किया। उन्होंने इसे मध्यप्रदेश के लिये ऐतिहासिक दिवस बताया। नन्दकिशोर वर्मा ने कहा कि पुश्तैनी रूप से कार्य करने वाले केश शिल्पियों के लिये समूह योजना लागू की जाना चाहिए। उन्होंने ओंकारेश्वर में सेन समाज की धर्मशाला का निर्माण पूरा करने के लिये आवश्यक धन राशि की मांग की।मध्यप्रदेश युवा सेन समाज संगठन के हीरालाल श्रीवास ने भोपाल में सेन समाज सामुदायिक भवन निर्माण के लिये भूमि उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने संत शिरोमणि श्री सेन महाराज की जन्म भूमि बांधवगढ़ में स्मारक निर्माण करने की बात रखी। पंचायत में रघुवीर श्रीवास, प्रवीण सेन, इन्दौर के सतीश सेन, इटारसी के ओमप्रकाश सेन, मंडला के मुकेश श्रीवास, विदिशा के चंद्रहास सेन, छतरपुर के दिनेश सेन, सीहोर के भूपेन्द्र सराठे, भिंड के रघुवीर श्रीवास, नरसिंहपुर के गोपाल सेन और इन्दौर के सुभाष परमार ने भी अपने विचार रखे। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एस.पी.एस परिहार ने स्वागत भाषण दिया।