विशेष प्रकार के लेंस से पढ़ी जाती है कुरान
रीवा के मन्नान मस्जिद में दुनिया की सबसे छोटी कुरान शरीफ का पता चला है , जिसकी लम्बाई एक इंच और मोटाई आधा इंच बताई जा रही है , कुरान शरीफ विशेष प्रकर के चमड़े की जिल्द के अंदर रखी है | छह सौ साल पुरानी सोने की स्याही से हस्तलिखित इस कुरान शरीफ में पूरे 30 पारे हैं , इसे पढ़ने के लिए विशेष प्रकार के लेंस की आवश्यकता होती है | भारत सहित मुस्लिम देशो में पढ़ी जाने वाली पवित्र कुरान कई साइजों में मिलती है | आज हम आपको दुनिया की सबसे छोटी कुरान शरीफ दिखाने जा रहें हैं | रीवा में एक विशेष प्रकार के जिल्द में रखी कुरान मिली है जिसकी लम्बाई एक इंच और मोटाई आधा इंच बताई जा रही है | छह सौ साल पुरानी सोने की स्याही से हस्तलिखित इस कुरआन में 30 पारे है | कवर पेज पर रखे विशेष प्रकार के लेंस से इसे पढ़ा जाता है | रीवा में स्थित इस कुरान को लोग बताते है कि इससे छोटी कुरान कही देखने व पढ़ने को नही मिली हाजी मन्नान परिवार मे मन्नान मस्जिद मे रखी इस कुरान शरीफ के मालिक का कहना है की हमारे पास यह लगभग आठ पीढ़ियो से है | इसे हम कुछ विशेष मौको पर ही बाहर निकालते है | रमजान के महीने में इसे खासतौर से निकाला जाता है | सात पीढ़ीयो से सहेज कर रखी पूरी दुनिया मे इस दुर्लभ कुरान शरीफ को , रमजान जैसे इबादत के महीने मे देखना एक बड़ी इबादत है |