एक युवक ने अपने ही गावं के ही हत्या कर दी , पंच का कसूर सिर्फ ईटा था की उसने सामाजिक बातों को ध्यान में रखते हुए युवक को समझाइश दी थी। मगर युंवक को पंच का समझाना न गवारा गुजरा। और जब बुजुर्ग अल्बर्ट नाम का पंच अपने घर में सो रहा था | तब आरोपी प्रदीप खलखो ने कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी |और खुद भी अपने घर जा कर सो गया | जब सुबह पडोसी पंच के पास पहुंचे तो बुजुर्ग अल्बर्ट मृत पा कर गांव वालों और पुलिस को इसकी सुचना दी पुलिस मौके पर पहुंची और अपनी सूझ - बुझ से अंधे क़त्ल की गुथ्थी दस मिनिट में मौके पर ही सुलझा की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पंच की निर्मम हत्या से गुस्साए ग्रामीणों ने जैम कर हंगामा किया गावं वालों का कहना था की आरोपी उन्हें सौप दो वे आरोपी को मार कर अपना गुस्सा निकलना चाहते थे। एसडीओपी राजेन्द्र सिंह परिहार ने उन्हें समझाइश देकर शांत किया।
मामला जशपुर थाना क्षेत्र के लोखंडी गांव की है। जानकारी के मुताबिक कोतवाली पुलिस को सोमवार की सुबह सूचना मिली कि इस गांव के चिरोटोली बस्ती के निवासी अल्बर्ट तिर्की पिता खेबेस्टियन तिर्की 65 वर्ष का खून में लथपथ शव उसके घर के अंदर पड़ा हुआ है।
सूचना पर एसडीओपी जशपुर राजेन्द्र सिंह परिहार,कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे,उप निरीक्षण अरविन्द मिश्रा सहित पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शव के परीक्षण के दौरान पुलिस अधिकारियों ने मृतक के गर्दन,मुंह और कंधे में धारदार हथियार के घाव के निशान पाएं। शव के आसपास चारो तरफ खून बिखरा हुआ था।
आसपास मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि बुजुर्ग अल्बर्ट तिर्की बस्ती के सम्मानित व्यक्ति थे और सभी लोग उन्हें समाज का प्रमुुख मान कर उनकी बातों को तरजीह दिया करते थे। उनका कभी किसी से ना तो विवाद हुआ और ना ही झगड़ा। पुलिस की टीम की मुश्किल उस वक्त बढ़ गई, जब ग्रामीणों ने बताया कि घटना के वक्त बुजुर्ग घर में अकेले ही सो रहे थे। मामला अंधे कत्ल का लग रहा था।
शव का पंचनामा करने के बाद एसडीओपी राजेन्द्र परिहार ने जब इस मामले में ग्रामीणों से पूछताछ किया तो पता चला कि बस्ती में रहने वाले आरोपी प्रदीप खलखो पिता अलबिनुस खलखो 35 वर्ष को लेकर रविवार को गांव में एक बैठक का आयोजन किया गया था। प्रदीप अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है और आए दिन गांव में उत्पात व आतंक मचाते रहता है।
इस बीच गांव की मितानीन शीला मिंज ने जांच अधिकारियों को बताया कि रात को तकरीबन 11 बजे आरोपी प्रदीप उसके पास पैर में लगे हुए चोट के लिए दवा मांगने के लिए आया था। इस बीच,जांच में सहयोग देने के लिए स्नीफर डॉग की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
स्नीफर डॉग शव का गंध लेकर घटना स्थल से तकरीबन 300 मीटर दूर खेत के पास जा पहुंचा। यहां पुलिस की टीम ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी जब्त किया। इस बीच इस पूरे प्रकरण में प्रदीप खलखो की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए एसपी शंकर लाल बघेल के नेतृत्व में कड़ाई से पूछताछ करना शुरू किया। शुरूआत में प्रदीप ने पुलिस के अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास करता रहा, लेकिन जब अधिकारियों ने सख्ती से पूछताछ की तो प्रदीप ने बुजुर्ग अल्बर्ट की हत्या का गुनाह कबूल कर लिया।