हिंदू समाज में शोक की लहर
भारत मां के परम आराधक, निवृत्त-जगद्गुरू शंकराचार्य, पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज का मंगलवार को निधन हो गया आज सुबह वह अपना शरीर त्यागकर ब्रह्मलीन हो गए सत्यमित्रानन्द जी हरिद्वार में भारत माता मंदिर के संस्थापक भी थे |
स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि का जन्म 19 सितंबर 1932 में उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था उनका मूल नाम \'अम्बा प्रसाद\' था | स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज के निधन का समाचार मिलते ही संत समाज सहित हिंदू समाज में शोक की लहर छा गई वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे को लेकर भी काफी मुखर रहे हैं | नवंबर 2018 में भी उन्होंने कहा था- अगर राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा, तो क्या मक्का, वेटिकन सिटी या किसी अन्य तीर्थ में बनेगा? उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के अनेक प्रमाण मिल चुके हैं उन्होंने कहा था कि पुरातत्व विभाग से भी यह साबित हो गया है कि अयोध्या में मंदिर था, क्योंकि वहां आम्रपल्लव कलश व मूर्तियां मिली थीं| उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम पक्ष मंदिर के लिए बड़प्पन दिखाएगा तो मस्जिद बनवाने की जिम्मेदारी मेरी है | इसके लिए जो सामग्री की आवश्यकता होगी वे भारत माता मंदिर की तरफ से उपलब्ध कराएंगे |