आखिरकार बार-बार बीएसएनएल के नेटवर्क की दिक्कत से प्रशासन को भी तौबा कराने की नौबत आ गई। इसके नेटवर्क से तंग होकर पंजीयन विभाग ने अपने सॉफ्टवेयर के संचालन के लिए प्राइवेट संचार कंपनियों से अनुबंध करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए सॉफ्टवेयर को संचालित करने वाली कार्यदायी एजेंसी को प्राइवेट कंपनियों से अनुबंध करने की हरी झंडी दे दी है।
इसके पीछे कारण है कि 43 से ज्यादा बार सर्वर डाउन होने के चलते रजिस्ट्रियां रुकी हैं। ऐसे में करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हुई। इसे सुधारने की कवायद में अब एक कदम और पंजीयन विभाग ने उठाया है। अब एक ही सॉफ्टवेयर में भुइयां को मर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।अभी तक रजिस्ट्री के दस्तावेजों को पंजीयन विभाग के सॉफ्टवेयर में डाउनलोड करने की प्रक्रिया होती थी, जिसे भुइयां के सॉफ्टवेयर से सभी दस्तावेजों से मिलान किया जाता था। इसके लिए अब पंजीयन विभाग के सॉफ्टवेयर में ही एकीकृत व्यवस्था से सभी दस्तावेजों की जांच होगी। इसके बाद ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सॉफ्टवेयर के डेवलेपमेंट के लिए इंजीनियरों की मदद ली जाएगी। अभी इसके लिए प्लानिंग की जाएगी। पंजीयन विभाग के मुताबिक सॉफ्टवेयर के सर्वर भी डाउन होने के कारण रजिस्ट्री करने में लेटलतीफी होती थी। ऐसे में एक व्यवस्था बनाने की योजना बनी है।