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प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार अब आंगनबाड़ी को नया रूप देने जा रही है । गांवों में संचालित आंगनबाड़ी का स्वरूप प्ले स्कूल की तरह दिखेगा | नन्हे बच्चे अब दरिओं पर और टाट पत्तियों पर नहीं बल्कि रंगबिरंगी कुर्सी पर बैठेंगे पर टेबल पढ़ेंगे | गांवों में संचालित आंगनबाड़ी में इस योजना के तहत आंगनबाड़ी में रंग-रोगन कार्य के साथ ही टेबल, कुर्सी, चार्ट जैसी सामग्री को केंद्र में रखा जाएगा। शिक्षा व माहौल देने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए रायपुर जिला पंचायत के राष्ट्रीय रूर्बन मिशन के तहत फिलहाल मंदिरहसौद कलस्टर में आ रही आंगनबाड़ी को शामिल किया गया है | जिससे
इससे आंगनबाड़ी का स्वरूप कहीं-न-कहीं प्राइवेट प्ले स्कूल की तर्ज पर तैयार होगा। हालांकि विभागीय अधिकारी का कहना है कि लगभग 16 आंगनबाड़ी को इस योजना से जोड़ने का प्रस्ताव है। अभी इस पर फाइनल मुहर लगानी बाकी है। जैसे ही वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से स्वीकृति मिल जाएगी, योजना पर कार्य करना शुरू होगा। आंगनबाड़ी आदर्श आंगनबाड़ी की की संख्या-16 अनुमानित राशि -32.23 लाख
शहर में संचालित प्राइवेट प्ले स्कूलों के आधार पर आंगनबाड़ी तैयार होने से कहीं-न-कहीं दाखिले का रुझान बढ़ेगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे अभिभावकों के मन में भी ऐसी आंगनबाड़ी में बच्चे को पढ़ाने के लिए आगे आएंगे। इसलिए केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित योजना का लाभ अधिक से अधिक कलस्टर तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग की तरह से योजना को लेकर प्रस्ताव तैयार हो गया है।
MadhyaBharat
9 July 2019
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