सामाजिक सरोकारों की मिसाल है एमपी पुलिस
सामाजिक सरोकारों की मिसाल है एमपी पुलिस
अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का समापन मध्यप्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव ने भोपाल के मोतीलाल नेहरू पुलिस ग्राउंड पर 56 वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का समापन किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की पुलिस ने सामाजिक सरोकारों को अपनी जिम्मेदारियों में शामिल कर देश में मिसाल कायम की है। पुलिस कानून व्यवस्था और अपराध अनुसंधान की अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हुए समाज के नवनिर्माण में भी सहयोग प्रदान कर रही है।राज्यपाल यादव ने कहा कि मीट से सभी प्रतिभागियों के बीच जो संवाद और सम्पर्क निर्मित हुआ है उसके फलस्वरूप उनकी पेशेवर क्षमता में नये आयाम जुड़ेंगे। उन्होंने पुलिस बल की कार्यप्रणाली में विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी के सुफलों को शामिल किये जाने की प्रशंसा भी की। राज्यपाल श्री यादव ने अपेक्षा व्यक्त की कि इस आयोजन के माध्यम से पुलिस अधिकारियों ने जो कुछ भी सीखा है उसका वे अपने कार्यक्षेत्र में उपयोग करेंगे।समारोह में राज्यपाल यादव ने सहायक उपनिरीक्षक योगम्बर सिंह, हेड कांस्टेबल अजय सिंह मानाहंस, अरविंद कुमार यादव एवं जीत सिंह को तथा कांस्टेबल श्री अजय कुमार को प्रधानमंत्री का जीवन रक्षक पदक प्रदान किये।राज्यपाल श्री यादव ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 8 ट्राफियाँ भी प्रदान कीं। वैज्ञानिक आधार पर अपराध विवेचना के लिए विजेता की ट्राफी तमिलनाडु पुलिस की टीम ए' को और उपविजेता की ट्राफी तमिलनाडु पुलिस की ही बी' टीम को दी गई। पुलिस फोटोग्राफी प्रतियोगिता के लिए मध्यप्रदेश पुलिस को विजेता और राजस्थान पुलिस को उपविजेता की ट्राफियाँ दी गईं। पुलिस वीडियोग्राफी प्रतियोगिता के लिए सेंन्ट्रल इन्ड्रस्ट्रियल सिक्युरिटी फोर्स को विजेता और तमिलनाडु पुलिस को उपविजेता की ट्राफियाँ दी गईं। श्वान दल प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश को विजेता और सीमा सुरक्षा बल को उपविजेता की ट्राफी दी गई। बेस्ट डॉगट्राफी मध्यप्रदेश के जीत'ू को दी गई। कम्प्यूटर जागरूकता के लिए सी.आर.पी.एफ. को प्रथम और तमिलनाडु पुलिस को उपविजेता ट्राफी दी गई। सर्वश्रेष्ठ पुलिस टीम की आंध्रप्रदेश मुख्यमंत्री ट्राफी तमिलनाडु पुलिस को दी गई।मीट की केन्द्रीय समन्वय समिति के सचिव एल.एस. पनवार ने कहा कि हमारे देश के पुलिस बल, जो सरकार के कानून को लागू करने वाले मुख्य तंत्र है, न केवल अपराधों की रोकथाम तथा पता लगाने के क्षेत्र में नई तथा जटिल चुनौतियों का सामना करते हैं, बल्कि राष्ट्रविरोधी तथा आतंकवादी तत्वों द्वारा दी जा रही धमकियों का भी निरंतर सामना करते हैं। असामाजिक तथा राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा अपनाए जा रहे तरीकों तथा तकनीकी के क्षेत्र में बढ़ती आधुनिकता के कारण पुलिस बलों से भी बेहतर पेशेवर प्रत्युत्तर की अपेक्षा की जाती है। इस परिदृश्य में, वार्षिक ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट पुलिस द्वारा निष्पादित किए जा रहे कर्तव्यों के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को साथ रखते हुए बल की पेशेवर दक्षता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। यह मीट पुलिस कर्मियों के व्यावसायिक कौशल की जाँच एवं सुधार तथा पुलिस कार्यों के विभिन्न क्षेत्रों में विचारों एवं विशेषज्ञताओं के आदान-प्रदान के लिए एक बहुमूल्य मंच प्रदान करता है।