बिजली बिलों से हो रही है सरकार की किरकिरी
बिजली गुल होने के मुद्दे लेकर कमलनाथ सरकार शुरू से ही विवादों में थी लेकिन अब प्रदेश में बिजली विभाग के मनमाना बिल देने से उपभोक्ताओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है विभाग ने गरीब उपभोक्ताओं को भी तीन से पांच हजार तक के बिल थमा दिए है बिजली बिल को लेकर कमलनाथ सरकार भाजपा के निशाने पर आ चुकी है
प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने वचन पत्र के अधिकतर वादों को पूरा करने का दावा कर रही है लेकिन लोगों को इसका कितना लाभ मिल रहा है इसका अंदाजा 100 रूपए में 100 यूनिट बिजली के वादे से ही लगाया जा सकता है जबलपुर जिले में अभी तक इस योजना का लाभ लेने वाले अधिकतर हितग्राहियों के एमपीईबी के रिकाॅर्ड में नाम भी नहीं जुड़ पाए और लोगों के घरों में अनाप-शनाप बिल पहुँच रहे हैं मजूदरी करने वाले परिवारों को 400-500 यूनिट के बिजली बिल पहुँच रहे हैं जबकि वे शासन की बिजली माफी वाली योजना के पात्र भी हैं
भाजपा कार्यकर्ताओं ने घमापुर और कांचघर क्षेत्र में रहने वाले गरीब परिवारों के बिल इकट्ठा किए जिनमें कई लोगों को 5 हजार रूपए तक के बिजली बिल दिए गए हैं जिनके घरों का बिजली बिल 300 से 400 रूपए आता था उन्हें अब 3000 रूपए तक बिल थमा दिए गए भाजपा का आरोप है कि प्रदेश सरकार जनता के साथ छलावा कर रही है वर्तमान समय में गरीब परिवार के घर की बिजली खपत भी 200 से 300 यूनिट है ऐसे हालात में 100 यूनिट का बिल 100 रूपए तक सीमित करके उन्हें लाभ देने की घोषणा छलावा ही है भाजपा नेताओं ने राज्यपाल के नाम पोस्टकार्ड लिखकर मांग की गई है कि जनता के साथ छल करने वाली योजना को बंद किया जाए