मासूम की घर के पास से मिली जली हुई लाश
कमलनाथ सरकार की लापरवाह पुलिस के चलते एक मासूम को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई और पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी रही बच्चे का जला हुआ शव उसके घर के पास ही मिला इससे जाहिर है भोपाल पुलिस नशे में काम करती है और जहाँ से बच्चा अगवा हुआ उसके आसपास भी जांच करना उसने उचित नहीं समझा
कमलनाथ सरकार बनाने के बाद तबादलों से परेशान पुलिसवालों ने काम करना ही बंद कर दिया है भोपाल में एक बच्चे के अपहरण से उसकी हत्या तक के मामले को देखें तो ऐसा ही लगता है कोलार इलाके से रविवार शाम को अगवा हुए तीन साल के वरूण की जली हुई लाश उसके घर के पास से ही मिली है जिस मकान से बच्चे का जला हुआ शव बरामद हुआ है वो काफी सालों से बंद था मकान के पीछे के हिस्से का दरवाजा खोलकर अंदर शव को जलाया गया है इस मामले में पुलिस को बड़ी लापरवाही सामने आई है जिस दिन बच्चा अगवा हुआ था पुलिस ने घर के सामने के मकान की ठीक से तलाशी नहीं ली थी शुरुआती जांच में बच्चे के साथ दुष्कर्म की भी आशंका जताई जा रही है रविवार शाम सात बजे वरूण टॉफी लेने गया था उसके बाद से ही वो घर नहीं लौटा इस दौरान इलाके में एक संदिग्ध कार घूमते हुए नजर आई थी इलाके के सीसीटीवी में भी इस कार की तस्वीर आई थी ग्राम बैरागढ चीचली में रहने वाले विपिन मीणा के तीन साल के इकलौते बेटे वरुण को बीते रविवार शाम को घर के बाहर से खेलते समय अगवा कर लिया गया था शाम करीब सात बजे दादा नारायण मीणा से बच्चा टॉफी के लिए दस रुपए लेकर निकला था उसके दादा वन विभाग में नाकेदार हैं कोलार थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करने के बाद एडीशनल एसपी अखिल पटेल के निर्देशन में दो सीएसपी व पांच थानों की टीम ने सर्चिंग शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला पुलिस खोज बीन के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति करती रही पुलिस के आला अधिकारीयों तक में इतनी समझ नहीं थी कि बच्चे को आसपास के इलाके में ही खोज लिया जाए अपनी बेवकूफियों के कारण चर्चित भोपाल पुलिस का लापरवाह रवैया एक बार फिर सामने आया है