किसानों को उदारतापूर्वक राहत दें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओले से हुए नुकसान को देखते हुए कहा है कि वे किसानों को उदारतापूर्वक राहत देना चाहते हैं। अधिकारी राहत देने की मंशा से कार्य करें। मुख्यमंत्री ने मसाला, ईसबगोल मसाला फसलों के नुकसान होने पर राहत राशि 26 हजार प्रति हेक्टेयर बढ़ाने, संतरे की फसल को नुकसान के लिये प्रति पेड़ के हिसाब से मुआवजा देने के निर्देश दिये। श्री चौहान ने ओला पीड़ित किसानों को राहत देने के लिये बुलाई गई उच्च-स्तरीय बैठक में प्रभावित किसानों के नुकसान का अच्छी तरह सर्वेक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राहत संबंधी आदेश तत्काल जारी किये जायें ताकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत देने के संबंध में स्पष्टता रहे और राहत बांटने का काम जल्द शुरू हो सके। मुख्यमंत्री ने देर रात तक राहत देने के विभिन्न विकल्पों पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गहन चर्चा की और सभी संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश प्रसारित करने के लिये कहा।मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ज्यादातर प्रभावित जिलों का दौरा कर किसानों से मुलाकात की है। श्री चौहान ने कहा कि किसानों के नुकसान की भरपाई हर हालत में होनी चाहिये। सरकार राहत देने में मानवीय दृष्टिकोण अपनाये। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मेहनत की पूंजी मिलाकर खेती में लगाता है। ऐसी स्थिति में प्राकृतिक विपदा से हुए नुकसान में सरकार पूरी तरह से उदार दृष्टिकोण अपनाकर नुकसान की भरपाई करेगी।श्री चौहान ने कहा कि वे किसानों को सरकार पर पूरा भरोसा है। राहत बांटने में भी सरकारी मशीनरी और जनता दोनों को साथ-साथ जोड़ने से विश्वास बढ़ेगा। राहत बांटने में सामान्यत: जो चूक होती है, उसकी संभावना भी नगण्य हो जायेगी। श्री चौहान ने बताया कि प्रभावित किसान सरकार के संवेदनशील प्रयासों से संतुष्ट हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि सर्वेक्षण के बाद ही दावों और आपत्तियों को भी सुना जायेगा और सर्वे में कोताही को तत्काल ठीक किया जायेगा। बैठक में बताया गया कि ढ़ाई लाख हेक्टेयर में भारी नुकसान हुआ जिसमें दो लाख से ज्यादा किसान प्रभावित हुए हैं। बैठक में मुख्य सचिव अंटोनी डिसा एवं संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।