चाँद की ऐतिहासिक यात्रा शुरू
मोदी ने दी वैज्ञानिकों को बधाई
बाहुबली ले उड़ा चंद्रयान
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का दूसरा मून मिशन चंद्रयान टू सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है चंद्रयान-2 को देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट G S L V- MK 3 से लॉन्च किया गया अब चांद के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने के लिए चंद्रयान-2 की 48 दिन की यात्रा शुरू हो गई है चंद्रयान-2 ने पृथ्वी से करीब 182 किमी की ऊंचाई पर जीएसएलवी-एमके3 रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू किया चंद्रयान टू की सफल लॉन्चिंग से भारत की वैज्ञानिक दक्षता एक बार फिर दुनिया के सामने साबित हुई है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम लोगों ने इस कार्य के लिए इसरो को बधाई दी इसरो ने कहा कि अब चाँद की ऐतिहासिक यात्रा शुरू हुई है
चंद्रयान मिशन टू से भारत को वैज्ञानिक क्षमता दिखाने का मौका मिला इसरो का छोटा सा कदम, भारत की छवि बनाने के लिए एक लंबी छलांग हैं इस मिशन में भारत ने कठिन जगह का चुनाव किया चांद पर जाने के लिए वह जगह चुनी, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान 22 जुलाई से लेकर 13 अगस्त तक पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाएगा इसके बाद 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चांद की तरफ जाने वाली लंबी कक्षा में यात्रा करेगा इसके बाद 13 दिन यानी 31 अगस्त तक वह चांद के चारों तरफ चक्कर लगाएगा फिर 1 सितंबर को विक्रम लैंडर
ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा और चांद के दक्षिणी ध्रुव की तरफ यात्रा शुरू करेगा 5 दिन की यात्रा के बाद 6 सितंबर को विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा लैंडिंग के करीब 4 घंटे बाद रोवर प्रज्ञान लैंडर से निकलकर चांद की सतह पर विभिन्न प्रयोग करने के लिए उतरेगा चंद्रयान की लॉन्चिंग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ऑफिस में लाइव देखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसरो को चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग पर बधाई दी ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा कि चंद्रयान 2 की सफल लॉन्चिंग पर पूरे देश को गर्व है प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए अपनी दो तस्वीरें भी साझा की, जिसमें चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लाइव टीवी पर देख रहे हैं उन्होंने लिखा कि ये पल 130 करोड़ लोगों के लिए गर्व करने वाला है. चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग भारत के महान वैज्ञानिकों की सफल गाथा को बताती है
अगर 15 जुलाई को चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक लॉन्च होता तो वह 6 सितंबर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करता लेकिन आज की लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-2 को चांद पर पहुंचने में 48 दिन ही लगेंगे यानी चंद्रयान-2 चांद पर 6 सितंबर को ही पहुंचेगा इसरो वैज्ञानिक इसके लिए चंद्रयान-2 को पृथ्वी के चारों तरफ लगने वाले चक्कर में कटौती की है चंद्रयान-2 आज यानी 22 जुलाई को लॉन्च होने के बाद अब चांद की ओर ज्यादा तेजी से जाएगा धरती से चांद की दूरी लगभग 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है और उससे पहले इसरो ऐसा कुछ करेगा जो सबकी सांसें रोक देने वाला होगा इसरो चीफ के सीवान के अनुसार इसरो चांद से 30 किमी पहले ही चंद्रयान-2 की स्पीड को कम करेगा चांद की सतह पर उतरना आसान नहीं है और इस पूरे काम में 15 मिनट लगेंगे जो बेहद महत्वपूर्ण होंगे साथ ही इसरो चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है अगर सबकुछ ठीक रहा तो ऐसा भारत करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा फिलहाल अमेरिका, रूस और चीन को ही यह महारत हासिल है चंद्रयान-2 के लॉन्च होने के बाद इसके साथ जा रहे लैंडर-विक्रम और रोवर-प्रज्ञान चंद्रमा की सतह तक जाएंगे लैंडिंग से लगभग 4 दिन पहले रोवर उस जगह का मुआयना करेगा जिसके बाद लैंडर यान से अलग होकर आगे बढ़ेगा इसके बाद लैंडर का दरवाजा खुलेगा और रोवर बाहर आएगा जो चांद की सतह पर आगे बढ़ेगा इसके कुछ मिनटों बाद ही तस्वीरें मिलना शुरू होंगी चंद्रमा की सतह की तमाम जानकारियां जुटाकर इसरो के अंतरिक्ष केंद्र भेजने का मुख्य काम प्रज्ञान का होगा