राजनाथ ने कहा जैन धर्म भारतीय संस्कृति का अनमोल रत्न
इंदौर में हुआ श्वेताम्बर जैन समाज का चतुर्विद सम्मेलन केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जैन धर्म भारतीय संस्कृति का अनमोल रत्न है। यह 'अहिंसा परमो धर्मः'' में विश्वास करता है। अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही विश्व में शांति कायम हो सकती है और आतंकवाद समाप्त हो सकता है। श्री सिंह इंदौर में श्वेताम्बर जैन समाज के चतुर्विद सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।श्री सिंह ने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व आतंकवाद की चपेट में है। आतंकवाद का सफाया अहिंसा के दर्शन से ही संभव है। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत में सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य का राज्याभिषेक जैन धर्म के अनुसार हुआ था। भारतीय संस्कृति पर जैन धर्म का बहुत गहरा प्रभाव है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जैन धर्म इन्द्रिय निग्रह पर जोर देता है। जिसने इन्द्रियों को जीत लिया है वही जैन है। जैन धर्म आत्मा के सत्, चित् और आनंद में विश्वास करता है। कर्मों के परिणामस्वरूप ही कोई भी व्यक्ति सुखी या दुखी होता है।कार्यक्रम में साधु-संतों के अलावा, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्र सुरेन्द्र पटवा, महापौर मालिनी गौड़, सांसद नन्दकुमार सिंह चौहान, सत्यनारायण जटिया, वीएचपी नेता अशोक सिंघल आदि मौजूद थे।