कांग्रेस छोड़ बीजेपी में होंगे शामिल
गांधी परिवार के करीबी नेता हैं संजय
कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब गांधी परिवार के करीबी रहे डॉ. संजय सिंह ने कांग्रेस और राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया संजय सिंह अमेठी के राजपरिवार से आते हैं इस बार के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह सुल्तानपुर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन अपनी जमानत भी नहीं बचा सके संजय सिंह अब बीजेपी के साथ हैं
डॉ. संजय सिंह असम से राज्यसभा सदस्य हे और उनका कार्यकाल अभी एक साल का बचा हुआ हैं इसके बावजूद उन्होंने राज्यसभा और कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया संजय गांधी के दोस्त रहे संजय सिंह ने अपनी राजनीतिक पारी का आगाज कांग्रेस से ही किया था, लेकिन राममंदिर आंदोलन के दौरान काग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे संजय सिंह ने इस्तीफे के बाद कहा, \'मैं कांग्रेस इसलिए छोड़ रहा हूं क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व जीरो है मैं \'सबका साथ सबका विकास\' के कारण मोदी का समर्थन करता हूं. उन्होंने कहा, \'कांग्रेस अभी भी अतीत में है, उसे भविष्य का पता नहीं है आज पूरा देश पीएम मोदी के साथ है और अगर देश उनके साथ है तो मैं भी उनके साथ हूं
संजय सिंह 1998 में अमेठी संसदीय सीट से कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा को हराकर सांसद चुने गए थे इसके बाद वो अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे राहुल गांधी के कांग्रेस में एंट्री करने के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वापसी की 2009 के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह सुल्तानपुर सीट से सांसद चुने गए थे संजय सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से नाराज हो गए थे, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें असम से राज्यसभा भेजा इसके चलते सुल्तानपुर सीट से उनकी दूसरी पत्नी अमिता सिंह चुनाव लड़ी थीं, लेकिन वो जीत नहीं सकीं हालांकि संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह मौजूदा समय में अमेठी से बीजेपी की विधायक हैं संजय सिंह की पत्नी अमृता सिंह ने भी कांग्रेस छोड़ दी है अमृता सिंह ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस (यूपी) की अध्यक्ष थीं संजय सिंह ने कहा, \'1984 से कांग्रेस के साथ रिश्ता है पिछले 15 साल में कांग्रेस में जो कुछ हुआ, वह पहले कभी नहीं हुआ बहुत कुछ सोचने के बाद मैंने यह निर्णय लिया है