प्रशासन को नहीं परवाह,अधिकारी खामोश
शिक्षक को स्कूल में पढ़ाने के साथ साथ बच्चों के भविष्य सवारने की जिम्मेदारी दी जाती है लेकिन शिक्षा के अधिकार अधिनियम की धज्जियाँ उड़ाते हुए एक शिक्षक ने स्कूल में पढ़ रहे बच्चों से खेत में मजदूरी कराई पैसे का लालच देकर बच्चों को खेत में ले जाया गया और उनसे रोपाई कराई गई ...
कांकेर जिले में शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुला उल्लंघन हो रहा है जिले के दुर्गकोंदल ब्लॉक में एक शिक्षक ने अपने खेत मे स्कूली बच्चों से मजदूरी करवाई भंडार डिग्री आश्रम के सात बच्चों को कोदापाखा गांव के शिक्षक जगत नरेटी ने 150 रुपये मजदूरी देने के लालच में अपने खेतों में ले गया और रोपाई का काम कराया इस दौरान आश्रम के अधीक्षक और चपरासी भी नदारद रहे स्कूली बच्चों के खेतों में रोपाई का काम करने वाले वीडियो को स्थानीय व्यक्ति ने उपलब्ध कराया लोगों ने इस मामले की शिकायत जिले के सहायक आयुक्त विवेक दलेला तक से की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला स्थानीय लोग अब इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करने जा रहे हैं ताकि ऐसे कारनामों पर अंकुश लगाया जा सके