मुकुल वासनिक के नाम पर सहमति के आसार
सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के हाथ से छूटेगी | पिछले ढाई महीने से कांग्रेस में नेतृत्व का संकट है ऐसे में सभी कोंग्रेसियों की निगाहें गाँधी परिवार पर ही टिकी हैं | लेकिन माना जा रहा है मुकुल वासनिक को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है | मुकुल वासनिक के अलावा भी आधा दर्जन नेताओं के नामों पर कांग्रेस नेता C W C में हर ऐंगल से चर्चा कर रहे हैं | बैठक में फैसला हुआ है कि पार्टी अध्यक्ष चुनने के लिए पांच समूह बनेंगे | राहुल गांधी चाहते हैं कि लगातार और वृहद चर्चा के बाद ही पार्टी के नेता | नए अध्यक्ष का फैसला करें |
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में नए कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हो रही है | पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की बात करें तो इस रेस में फिलहाल पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं | वरिष्ठ नेताओं में मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के नाम भी संभावितों में हैं | ये सभी नेता अनुसूचित जाति से हैं | युवा दावेदारों की बात करें तो इनमें राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम है | वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनुच्छेद 370 पर पार्टी लाइन की मुखालफत कर खुद को दौड़ से बाहर कर लिया है | सीताराम केसरी को हटाए जाने के बाद मार्च 1998 में सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाली थी और दिसंबर 2017 तक करीब 20 वर्षों तक पार्टी की कमान उनके हाथ में रही | जबकि राहुल गांधी का कार्यकाल महज 20 महीने का ही रहा है | पार्टी के हाशिए पर चले जाने के बाद भी गांधी परिवार से बाहर के नेतृत्व को स्वीकार करने को लेकर नेताओं में सहजता नहीं दिख रही | राहुल गांधी चाहते हैं कि लगातार और वृहद चर्चा के बाद ही पार्टी के नेता नए अध्यक्ष का फैसला करें | जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को कहा है कि इस मसले पर और चर्चा कीजिए और सलाह मशवरा कीजिए |