मुठभेड़ में जब आमने-सामने भाई -बहन
ये कहानी फ़िल्मी नहीं है सच है
ये कहानी फ़िल्मी नहीं है | दोनों तरफ से फायरिंग हो रही थी | एक तरफ पुलिस थी तो दूसरी ओर नक्सली | इस गोलीबारी के बीच एक पुलिस वाले को अपनी नक्सली बहन सामने दिखाई दी | भाई -बहन से कुछ कह पाता कि कवर फायर का लाभ लेकर बहन नक्सलियों के साथ जंगल में ओझल हो गई यह वाक्या सुकमा के बालकातोंग का है |
नक्सल प्रभावित सुकमा में एक मुठभेड़ की खूब चर्चा है | यह मुठभेड़ किसी फ़िल्मी कहानी से कम भी नहीं है | मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भाई और उसकी सगी नक्सली बहन में भी मुठभेड़ हुई | हालांकि पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली जंगल में भाग गए | ये कहानी है नक्सली कमांडर वेट्टी रामा की | जो पहले नक्सली संगठन से जुड़े थे, लेकिन अब पुलिस के साथ मिलकर नक्सलियों की कब्र खोदने में लगे हैं | वहीं वेट्टी रामा की बड़ी बहन वेट्टी कन्नी अभी भी नक्सली संगठन के साथ ही जुड़ी हुई है | ऐसे में बीते दिनों 29 जुलाई को बालकातोंग में एक मुठभेड़ के दौरान दोनों भाई-बहन का आमने-सामने का मुकाबला हो गया | दोनों तरफ से जमकर फायरिंग भी हुई, लेकिन नक्सली बाद में फरार हो गए | वेट्टी रामा ने मुख्यधारा से जुड़ने के बाद कई बार बहन को भी समझाने की बहुत कोशिश की और बार-बार पत्र लिखकर मनाने की कोशिश की, लेकिन उसकी बहन ने साफ कह दिया कि वह नक्सली संगठन के लिए ही काम करेगी और बार-बार मुझे इस तरह के पत्र न लिखें | बीते 29 जुलाई को सुरक्षाबल के साथ वेट्टी रामा एक ऑपरेशन के लिए बालकातोंग नक्सल इलाके में गया तो अचानक उसकी बहन वेट्टी कन्नी दिखाई दी | करीब 200 मीटर दूर से रामा ने उसे पहचान लिया | कुछ बोल पाते कि उस बीच दोनों ओर से फायरिंग होनी शुरू हो गई और देखते ही देखते बहन आंखों के सामने गायब हो गई | ऑपरेशन के बाद वेट्टी रामा लगातार पता लगा रहे है कि बहन किस स्थिति में है | वेट्टी रामा पहले नक्सली संगठन से जुड़ा था, लेकिन 13 अक्टूबर 2018 को हथियार के साथ पुलिस के समझ आत्मसमर्पण कर दिया | राम ने करीब 23 साल तक नक्सली संगठन के साथ काम किया | उस पर पुलिस ने आठ लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था | वहीं उसकी बड़ी बहन भी कई सालों से नक्सली संगठन के लिए काम कर रही है | दोनों भाई-बहन गगनपल्ली के रहने वाले है |