कमलनाथ की बेहाल रियाया
KAMALNATH

मध्यप्रदेश सरकार का बुरा हाल 

गॉंववाले की पीठ पर पटवारी 

कमलनाथ राज के अजब नज़ारे 

 

कहा जाने लगा है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार में जो हो जाये सो कम है  |  एक तरफ ग्रामीण पानी के प्रकोप से परेशान हैं और उनकी सुनने वाला कोई नहीं हैं ऐसे में सर्वे करने आ रहे पटवारी ग्रमीणीं की सवारी कर रहे हैं | मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आप भी देख लीजिए एक ग्रामीण की पीठ पर सवार पटवारी  मध्य प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है  |  इसके चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं  | बारिश के चलते शिवपुरी में सिंध नदी उफान पर है  |  इससे कई स्थानों पर खड़ी फसलें तबाह हो गई हैंं  |  ऐसे में सरकार बारिश से हुए नुकसान के सर्वे करती  है  |  इस बार भी सर्वे का काम चल रहा है   | मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आप तो बाढ़ और पानी से बेहाल लोगों का हाल जानने गांव   |  खेत और कीचड़ में पहुंचे नहीं  | लेकिन ऐसे में सरकारी मुलाजिम इसमें भी रसूख दिखाने से पीछे नहीं हटते  | कई जगह आला अधिकारीयों से लेकर पटवारियों तक ने यह कहा कि जब मौसम खुल जाएगा तब देखेंगे   |  लेकिन कुछ तैयार हुए तो इस शर्त पर की जहाँ सर्वे करने जाएंगे वहां के ग्रामीण अफसरों को पानी से बचाएंगे   | बस फिर क्या था जिन परेशान किसानों को अपनी बर्बादी का सर्वे करवाना था  | वे पटवारियों की सेवा में लग गए  | देख लीजिये मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आपके राज में ग्रामीण की पीठ पर सवार पटवारी को  | सिंध नदी में एक पटवारी ग्रामीण की पीठ पर बैठकर सर्वे करने पहुंचा   | वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि नदी का बहाव तेज है   | ऐसे में ग्रामीण की जान जोखिम में डालकर पटवारी ने उसकी पीठ पर बैठ कर नदी पार की   | नुकसान का सर्वे करने साखनोर, बदरवास आये इस पटवारी का नाम  पीयूष राजपूत है  | इस मामले में पटवारी का कहना है कि जब वह पिपरोदन से साखनोर सर्वे के लिए गया, तब रपटे  पर पानी न के बराबर था, लेकिन लौटने लगे तो पानी बढ़ गया  |  मुख्यमंत्री कमलनाथ जी देख लीजिये आपके अफसर आपकी रियाया का क्या हाल कर रहे हैं  | अगर आपकी नजर ऐसे ही चूकती रही तो अफसर जनता की पीठ पर सवारी करते रहेंगे