ठेकेदार और सिचाई विभाग की मिलीभगत
अभी नहीं मिलेगा खेतों को पानी
छत्तीसगढ़ के जांजगीर में पहली ही बारिश में नहर लाइनिंग धसने से अल्प वर्षा की मार झेल रहे खेत सूखने की कगार पर आ गए हैं | पचास लाख रूपये खर्च कर कराया गया नहर लाइनिंग का कार्य कमीशन खोरी की भेंट चढ गया | नहर धसने से ठेकेदार और प्रशासन दोनों सवालों के घेरे में आ गए है |
जांजगीर चाम्पा में पहली बारिश में लाखों की नहर लाइनिंग धंस गई | जिसके चलते इस बार बार किसानों को नहर से पानी नहीं मिल पाएगा |
अल्प वर्षा की मार झेलने वाले बलौदा क्षेत्र के किसानों को इस बार ना उम्मीद होना पड़ेगा | क्योंकि क्षेत्र मे कराए गये नहर लाईनिंग का काम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया | दरअसल जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा ब्लाक के रसौटा नहर लाइनिंग में ठेकेदार ने इतना ख़राब काम कराया कि पहली बारिश का पानी नहर नहीं झेल पाई | और पूरी तरह धंस गई | जबकि बीते वर्ष शासन ने नहर लाइनिंग के नाम पर 50 लाख रुपए खर्च किये थे | अब इस माइनर नहर से किसानों को एक ओर सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाएगा | तो वहीं दूसरी ओर हजारों एकड़ धान की फसल सूखे की चपेट में आ जाएगी | क्योंकि किसान पहले ही अल्प वर्षा की मार झेल रहे हैं और खेत सूखने की कगार पर हैं | गौरतलब है कि सिंचाई विभाग ठेकेदारों के लिए मलाई वाला विभाग बना हुआ है | जिसकी वजह से निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदारों में इस कदर होड़ मची है कि | वह पहले तो काफी कम दर में टेंडर ले लेता है | बाद में मुनाफा कमाने के फेर में घटिया निर्माण करा देता है |