पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का बीमारी के बाद निधन
पिछले लम्बे समय से बीमार थे अरुण जेटली
लंबे समय से एम्स में गंभीर हालत में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का 66 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है | दो दिन से जेटली की हालत कुछ ज्यादा ही खराब थी | एम्स में भर्ती जेटली की हालत शुक्रवार से ही बिगड़ती जा रही थी और शनिवार दोपहर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया | रविवार की दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा | जेटली के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद | आरएसएस पमुख मोहन भगवत सहित तमाम लोगों उन्हें श्रदांजलि दी है | जेटली के निवास पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों का ताँता लग गया |
अरुण जेटली के निधन के बाद एम्स से उनके पार्थिव देह को उनके आवास ले जाया गया जहां जेटली के प्रशंसकों ने उनके अंतिम दर्शन किये | रविवार उनकी देह को भाजपा मुख्यालय में रखा जाएगा जहां आम जनता उनके अंतिम दर्शन कर सकेगी |अरुण जेटली का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया जाएगा | जेटली 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थी और लगातार उनकी हालत गिरती जा रही थी | ऐसे में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था और एक के बाद एक बड़े नेताओं का उनसे मिलने का सिलसिला जारी था | जेटली के निधन की खबर मिलने के बाद भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा व अन्य नेता एम्स एम्स पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी |
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शुक्रवार को ही एम्स पहुंचकर जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, आरएसएस के सर संघचालक मोहनभागवत, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत विभिन्न दलों के नेता, केंद्रीय मंत्री और विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग एम्स पहुंचकर उनकी तबियत की जानकारी ले चुके थे | सितंबर 2014 में वजन कम करने के लिए मैक्स अस्पताल में उनकी बैरियाट्रिक सर्जरी की गई थी | इसके बाद पिछले साल उन्हें किडनी की बीमारी होने की बात सामने आई थी | इस वजह से मई 2018 में AIIMS में उनकी किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी भी हुई | इसके कुछ महीने बाद उन्हें सॉफ्ट टिश्यू कैंसर होने का मामला सामने आया था |
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के प्रतिष्ठित वकील रहे अरुण जेटली अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे | मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली ने बतौर वित्त मंत्री जिम्मेदारी संभाली थी | देश में GST भी जेटली के कार्यकाल के दौरान ही किया गया था
| जेटली ने साल 1991 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी | पिछले लगभग तीन दशक से वे पार्टी के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गए थे |1999 में लोकसभा चुनाव के पहले जेटली को भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया था |
अरुण जेटली ने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया था | छात्र रुप में अपने करियर के दौरान उन्हें कई सम्मान भी मिले | साल 1974 में वे दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे थे | वहीं, अटल सरकार में 1999 में ही उन्हें सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री नियुक्त किया गया था | साल 2000 में राम जेठमलानी के इस्तीफे के बाद अरुण जेटली को कानून, न्याय और कंपनी मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था | राजग सरकार हटने के बाद उन्हें पार्टी ने महासचिव की जिम्मेदारी भी दी | पार्टी के वन मैन वन पोस्ट नियम के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर जेटली के निधन पर दुख जताया है | उन्होंने लिखा है कि अरुण जेटली जी किसी भी महत्वपूर्ण काम को बड़ी ही शिष्टता, जुनून और अध्ययन की समझ के साथ पूरा कर देते थे | उनका जाना एक गहरा शून्य छोड़ गया है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने यूएई दौरे के बीच अरुण जेटली के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है | उन्होंने लिखा है कि, अरुण जेटली जी एक राजनीतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से जीवंत थे | वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया | उनका निधन बहुत दुखद है | प्रधानमंत्री ने अपने अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि जिंदगी से भरपुर, चुटीले जेटली जी को हर स्तर के लोग पसंद करते थे | जेटली के निधन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए राजनीति में उनके योगदान को याद किया | राजनाथ सिंह ने लिखा है अरुण जेटली जी के रूप में एक दोस्त और बेहद महत्वपूर्ण साथी खोकर बेहद दुख में हूं | वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर अरुण जेटली के निधन पर शोक जताया है | उन्होंने लिखा अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है | उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा |