एक साथ तीन मानसूनी सिस्टम हुए सक्रिय
तीन मानसूनी सिस्टम के सक्रिय होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही हवाओं का मध्यप्रदेश के ऊपर टकराव हो रहा है | इस वजह से शुक्रवार रात से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश हो रही है | मौसम विज्ञानियों ने भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद संभाग और हरदा जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है | इसके अलावा ग्वालियर, जबलपुर, नरसिंहपुर, सतना, रीवा, सिंगरौली में तेज बौछारें पड़ने की संभावना जताई है | इस दौरान नदी नाले लबालब हो गए हैं और जगह जगह बांधों के गेट खोलना पड़ गए हैं |
अगले छतीस घंटों तक मध्यप्रदेश का मौसम ऐसा ही बना रहेगा | कुछ इलाकों में तेज तो कहीं मध्यम बारिश हो रही है भोपाल में भदभदा और कलियासोत डेम के गेट कगोल्ने और बंद होने का सिलसिला चल रहा है | वहीँ इटारसी में तवा डेम के सभी 13 गेट खोले गए | प्रत्येक गेट को 14- 14 फीट खोलकर 2 लाख छियानबे हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है | 3 साल बाद तवा डेम के सभी गेट खोले गए हैं | तवा के गेट खुलने से नर्मदा का जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया है | इस समय प्रदेश के तक़रीबन अधिकांश तालाब और बांध लबालब हो गए हैं | वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरवटे ने बताया कि वर्तमान में ओडिशा कोस्ट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है | इस सिस्टम में पिछले दिनों विदर्भ पर सक्रिय ऊपरी हवा का चक्रवात भी शामिल हो गया है|
मानसून ट्रफ रीवा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रहा है | इसके अतिरिक्त गुजरात के दक्षिणी भाग पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है | इस सिस्टम के कारण अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी के आने का सिलसिला जारी है | ओडिशा कोस्ट पर बने सिस्टम और गुजरात पर बने चक्रवात के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही हवाओं का मप्र के ऊपर टकराव हो रहा है | शुक्रवार रात के बाद से बनी इस स्थिति के कारण ही पूरे प्रदेश में तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया | इस तरह की स्थिति अभी 2-3 दिन तक बनी रह सकती है | इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश होने की भी आशंका है |