हरियाली महोत्सव में एक दिन में लगेंगे एक करोड़ पौधे
मध्यप्रदेश में हरियाली महोत्सव में एक दिन निर्धारित कर एक करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हरियाली महोत्सव को जन आंदोलन बनाया जाय। श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में वन विभाग की समीक्षा कर रहे थे। श्री चौहान ने निर्देश दिये कि वनोपज पर आधारित लघु उद्योगों की स्थापना की विस्तृत कार्य-योजना बनायें। इस योजना में पाँच वर्ष में 4 लाख हितग्राही को रोजगार दिया जायेगा। बैठक में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार और मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों को रोजगार से जोड़ने के लिये लघु उद्योग लगाने वाले वनवासियों के लिये प्रशिक्षण, विपणन और पेकेजिंग की व्यवस्था करें। इसके लिये पाँच वर्ष की समयबद्ध योजना बनायें। हरियाली महोत्सव को जन-आंदोलन बनाने के लिये हर स्तर पर जन-भागीदारी सुनिश्चित करें। आगामी जून माह में इस अभियान की तैयारी करें। उन्होंने बाँस मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि बाँस से वनों के आसपास रहने वालों को रोजगार देने का बड़ा लक्ष्य तय कर काम करें। वन विभाग पर्यावरण और विकास में संतुलन रखकर कार्य करें। उन्होंने वन संरक्षण अधिनियम के प्रावधान के संबंध में निर्माण विभाग के अधिकारियों को जागरूक करने के लिये कार्यशाला के आयोजन को उपयोगी बताया।मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिये कि बिगड़े वनों के सुधार के लिये विस्तृत योजना बनायी जाय। उन्होंने प्रदेश में ईको-पर्यटन की व्यापक संभावना को ध्यान में रखते हुए कार्य-योजना बनाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आबादी वाले क्षेत्रों में बाघ सहित अन्य वन-प्राणी नहीं आयें इसके लिये वैज्ञानिक तरीके से योजना बनायें। विभाग में मजदूरों को ऑन लाइन भुगतान के संबंध में उन्होंने कहा कि इसे व्यावहारिक और पारदर्शी बनायें, ताकि मजदूरों को परेशानी नहीं हो। संयुक्त वन प्रबंध समितियों के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्ष में एक बार इन सभी समितियों के सम्मेलन आयोजित करें। बताया गया कि इन समितियों में वन रक्षकों के स्थान पर समिति सदस्य को सचिव बनाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। वन ग्रामों में रहनेवालों की समस्याओं का निराकरण मानवीय दृष्टिकोण से करें। वनों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। विभागीय निर्माण कार्यों में गुणवत्ता नियंत्रण का मेकेनिज्म विकसित करें।बैठक में बताया गया कि यू.एन.डी.पी. और केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय का बायो डायवर्सिटी अवार्ड कान्हा टाईगर रिजर्व को प्रथम और सतपुड़ा टाईगर रिजर्व को द्वितीय मिला है। प्रदेश के वनों में वृक्षारोपण का व्यापक कार्य किया जायेगा। आगामी जुलाई में लगभग साढ़े सात करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। जानकारी दी गयी कि रातापानी स्थित तालाब में एक साथ पानी पीते पाँच बाघ का समूह देखा गया है। इस जंगल में चीतल की संख्या बढ़ाने के लिये घास के मैदान बढ़ाये जा रहे हैं। वन आधारित उद्योगों से रोजगार के लिये लक्षित चार लाख हितग्राहियों के स्व-सहायता समूह बाँस, औषधि और सुगंधित पौधों की खेती करेंगे। ईको पर्यटन के लिये पी.पी.पी. के तहत रालामंडल इन्दौर, बीहर रीवा और अरनिया, देवास में कार्य किये जा रहे हैं।