एमपी में समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी
किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये का भुगतान प्रदेश में खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा अब तक 9 लाख 63 हजार किसान से समर्थन मूल्य पर अब तक 70 लाख 69 हजार मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी की गई है। खरीदे गये गेहूँ के बदले किसानों को 10 हजार 19 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। किसानों को उनकी उपज के भुगतान के लिये भटकना न पड़े इसके लिये विभाग द्वारा खरीदी के बाद 7 दिन के भीतर उनके खातों में राशि जमा किये जाने की व्यवस्था की गई।उपार्जन केन्द्र पर किसान को अपनी उपज किस दिन लेकर पहुँचना है, इसके लिये एसएमएस से किसानों के मोबाइल पर सूचना दिये जाने की व्यवस्था की गई। विभाग ने इस वर्ष 128 गेहूँ उपार्जन केन्द्र और बढ़ाये हैं। इस वर्ष प्रदेश में 2,980 गेहूँ उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। केन्द्र की संख्या बढ़ने से प्रत्येक केन्द्र पर 500 से 700 किसान ही पहुँचे, जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिये इंतजार नहीं करना पड़ा। इस वर्ष 25 मई तक समर्थन मूल्य पर 70 लाख 69 हजार मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी की गई। पिछले वर्ष 25 मई तक 63 लाख 41 हजार मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी गई थी।प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी के लिये राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन एवं मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) को अधिकृत किया है। इस वर्ष किसानों से 1550 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर गेहूँ की खरीदी की जा रही है। केन्द्र सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी का 1400 रुपये प्रति क्विंटल का भाव निर्धारित किया है। राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में प्रति क्विंटल 150 रुपये की राशि बोनस के रूप में दी जा रही है। राज्य सरकार ने प्रदेश के 7 जिले भिण्ड, छतरपुर, उमरिया, रीवा, सतना, सीधी एवं सिंगरौली में किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीद की तारीख को बढ़ाकर 30 मई किया है। शेष जिलों में 26 मई तक गेहूँ की खरीदी की गई।