राजीव के सुधारों को ही नहीं मान रही कांग्रेस
राजीव के संशोधनों की धज्जियां उड़ाती कांग्रेस
नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्षों का चुनाव पार्षदों द्वारा किए जाने और पार्षदों के चुनाव गैर दलीय आधार पर कराए जाने की सिफारिश का बीजेपी ने विरोध किया है | बीजेपी नेता कृष्ण मुरारी मोघे ने कहा कि राजीव गाँधी ने नगरीय निकायों और पंचायतों में सुधार के लिए जो काम किया था | कांग्रेस उन्हीं की धज्जियां उड़ा रही है |
मधयप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राज्य सरकार द्वारा मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की अध्यक्षता में गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को दे दी है | समिति ने नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्षों का चुनाव पार्षदों द्वारा किए जाने और पार्षदों के चुनाव गैर दलीय आधार पर कराए जाने की सिफारिश की है | इसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और इंदौर के पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है | मोघे इस मामले में भाजपा द्वारा गठित राज्य स्तरीय समिति के अध्यक्ष भी हैं | मोघे ने कहा कि राज्यपाल की अनुमति के बाद ही परिसीमन कराया जा सकता है लेकिन राज्य सरकार ने परिसीमन के लिए राज्यपाल की अनुमति नहीं ली है | मोघे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही नगरीय निकायों और पंचायतों में सुधार के लिए एक्ट में 73 वां एवं 74वां संशोधन किया था | कांग्रेस उन्हीं संशोधनों की धज्जियां उड़ा रही है | मोघे ने कहा कि प्रत्यक्ष चुनाव होने से महापौर और अध्यक्ष जनता के प्रति जवाब देह होते हैं जब महापौर और अध्यक्ष का चुनाव पार्षदों द्वारा किया जाता था तब क्या क्या होता था हम सबने देखा है |