अस्पताल पहुंचकर महिला ने दो बच्चों को दिया जन्म
एक गर्भवती महिला जब बढ़ में फंस गई तो उस वक्त | बचाव दाल के होमगार्ड और डॉक्टर उसके लिए भगवान् बनकर आये | बचाव दाल के होमगार्ड और डॉक्टर ने बाढ़ में घिरे गांव से गर्भवती महिला को रेस्क्यू ऑपरेशन कर सुरक्षित बहार निकालकर अस्पताल पहुंचाया | जहाँ महिला ने दो जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया | बच्चे व महिला दोनों सुरक्षित हैं |
आपने डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहते सुना होगा | लेकिन आज देखने को भी मिला | बारना डेम के गेट खोलने और अधिक बारिश होने के कारण बरेली नगर की निचली बस्तियों में पानी भर गया | बरेली तहसील से 3 किलोमीटर दूरी पर ही स्थित ग्राम मेहरागावं सहित कई ग्रामों का बरेली तहसील से पूरी तरह संपर्क टूट गया है | जिससे गावं वालों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं | गावं वालों की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हैं | जब एक ग्रामीण गर्भवती महिला बाढ़ में फंस गई और उसकी डिलीवरी का समय हो गया था | तब | आशा कार्यकर्ता की सूचना पर मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी बरेली गिरीश वर्मा ने सराहनीय कार्य किया है | जिसकी नगर में भरपूर प्रशंसा की जा रही है | डॉक्टर ने एक मां और जुड़वाँ बच्चों की जान बचाई |
डॉं गिरीश वर्मा ने बताया कि दोपहर 3 बजे टीएनएम सीमा पांडे द्वारा मुझे सूचना दी गई कि ग्राम मेहरा गांव खुर्द में एक गर्भवती परेशानी से जूझ रही है | जिसकी सोनोग्राफी में जुड़वा बच्चे होना बताया गया है | और उसे दर्द आ रहे हैं मेने उसी स्थिति में गम्भीरता को देखते हुए तुरन्त तहसीलदार निकिता तिवारी से बात की , कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और एसपी मोनिका शुक्ला, एसडीओपी एससी बोहित, थाना प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती को इस बात से अवगत कराया तो उन्होंने प्रशासन द्वारा तुरन्त मोटर बोट की व्यवस्था की | दो बोट चालक तथा 2 सुरक्षा कर्मी एवं भूपेन्द्र राजपूत के साथ मै स्वयं उस बोट में जाकर उस गर्भवती महिला को सुरक्षित बरेली लेकर आया | और सिविल अस्पताल बरेली में भर्ती कर उपचार शुरू हुआ | गर्भवती महिला ज्योति सिलावट ने रात 10 बजकर 16 मिनट पर लड़का को जन्म दिया और रात 11 बजकर 34 मिनट पर लड़की को जन्म दिया | जच्चा बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं डॉक्टर अंबेडकर भवन और पुरानी कन्या शाला में बाढ़ पीड़ित 150 लोगों को ठहराया गया है जिनका लगातार स्वास्थ्य प्रशिक्षण गिरीश वर्मा द्वारा किया जा रहा है ....