सिंहदेव : नेत्रदान सुकून और संतोष देने वाला अनुभव
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने अपने नेत्रदान की घोषणा की | इस मौके पर उन्होंने कहा कि नेत्रदान की घोषणा कर वे सुकून और संतोष का अनुभव कर रहे हैं | मृत्यु के बाद भी यदि हमारा शरीर किसी के काम आ सके तो यह संतोष की बात है | सभी लोगों को आगे आकर नेत्रदान करनाचाहिए और इसे बढ़ावा देना चाहिए |स्वास्थ्य मंत्री ने अपने निवास राजकुमार कॉलेज परिसर में | अंधत्व निवारण समिति के समक्ष नेत्रदान से संबंधित औपचारिकताओं को पूरा कर घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए | सिंहदेव ने कहा कि नेत्रदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है| इसमें एक छोटा सा कट लगाकर केवल आंख का कार्निया निकाला जाता है | इसमें किसी भी तरीके से आंख या शरीर क्षत-विक्षत नहीं होता | नेत्रदान के बाद आपकी आंखें किसी और की भी जिंदगी रोशन कर सकती हैं | स्वास्थ्य मंत्री के साथ उनके विशेष सहायक आनंद सागर सिंह और अदितेश्वर शरण सिंहदेव ने भी नेत्रदान की घोषणा की | इस दौरान रायपुर की पूर्व महापौर किरणमयी नायक और स्वास्थ्य विभाग के अंधत्व निवारण समिति के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा भी मौजूद थे |