गणेश विसर्जन के दौरान छोटे तालाब में हादसा
HAADSA

विसर्जन कर रहीं  दो नाव पलटीं ,11 लोगों की मौत

कोई भी नहीं पहने था लाइफ जैकेट | मृतकों के परिजन को 11-11 लाख  मुआवजा घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच के आदेश | भोपाल में छोटा तालाब के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार तड़के गणेश विसर्जन के दौरान दो नाव पलट गई | जिसमे  सवार 19  लोगों में से 11  युवकों की डूबने से मौत हो गई | बाक़ी लोगों  को सुरक्षित पानी से बहार निकाल लिया गया  | इस घटना के बाद अफरा तफरी मच गई | लापरवाह पुलिस प्रशासन और नेता भी नींद से जाग गए | सरकार ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं और मृतकों के परिजनों को ग्यारह ग्यारह लाख मुआवजा देने की घोषणा की है  | भोपाल के छोटे तालाब का खटलापुरा घाट | वक्त रात के चार बजे  | पिपलानी के युवक अपने पंडाल के गणेश जी को विसर्जन के लिए लेकर पहुँचते हैं  |बड़ी प्रतिमा देखकर नाविक  ज्यादा रुपयों की डिमांड करते हैं | ऐसे में नाविक आकाश बाथम और चंगू बाथम प्रतिमा विसर्जन के लिए तैयार हो जाते हैं और प्रतिमा को नाव पर रख कर विसर्जन के लिए ले जाते हैं | नाव में पिपलानी गणेश मंडल के युवा भी सवार हैं  | किनारे से चलने के मात्र चार मिनिट बाद नाव गांवडोल होती है |और  प्रतिमा विसर्जन के बाद नाव पलट जाती है  11 युवा इस हादसे में अपनी जान गँवा देते हैं | जब ये हादसा हुआ उस वक्त कोई जवाबदार व्यक्ति घटना स्थल पर नहीं था | जैसे तैसे कुछ युवक और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी  इस हादसे में डूब रहे छ लोगों को बचा पाते हैं | दोनों नाविक खुद तैर कर किनारे आ जाते हैं | इसके बाद जब पुलिस -प्रशासन चौकन्ना होता है तब तालाब से शवों को निकाला जाता है | प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो  विसर्जन घाट  सुरक्षा के लिए कोई माकूल व्यवस्था नहीं थी | अगर प्रशासन वहां मुस्तैद होता तो यह हादसा होता ही नहीं | इस घटना के बाद नेता लोग भी जाग गए | सरकार ने पहले मृतकों के परिजनों को चार चार लाख मुआवजा देने की घोषणा की | लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आग्रह के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुआवजे की राशि को बढ़ाकर ग्यारह लाख कर दिया और इस घटना  की  मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए | इस घटना के बाद  प्रशासन ने अपील की है कि विसर्जन में शामिल किसी परिवार का सदस्य घर न पहुंचा हो तो तत्काल प्रशासन या पुलिस को सूचित करें |  इस बीच मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश के साथ  दो नाविकों पर केस दर्ज किया गया है | इस हादसे का शिकार हुए सभी मृतक पिपलानी के 100 क्वार्टर के रहने वाले थे | मौके पर एसडीआरएफ की टीम, गोताखोर और पुलिस की टीम मौजूद है | एक बार फिर पूरे छोटे तालाब को खंगाला जा रहा है  |  जिस जगह घटना हुई, वहां मध्य प्रदेश होमगार्ड और राज्य आपदा बचाव दल  का मुख्यालय है |