शिकारी सक्रीय ,पांच पकडे गए
शिकारी सक्रीय ,पांच पकडे गए
एसटीआर (सतपुड़ा टाइगर रिजर्व) में बाघों का शिकार करके खालों की तस्करी करने वाले पांच शिकारियों को बुधवार देर रात पुलिस ने धर दबोचा है। इस तरह अभी तक बाघ के 25 शिकारी गिरफ्त में आ चुके हैं। दूसरी ओर, बीते दिन नरेगांव पुलिस द्वारा ढूंढी गई बाघ की खाल को वन महकमा अपनी उपलब्धि बताने पर तुला है। एसटीआर में बाघों एवं वन्यप्राणियों के शिकारियों की धरपकड़ में एक बड़ी कामयाबी तब मिली, जब छिंदवाड़ा जिले के नरेगांव थाना प्रभारी शेरसिंह राजपूत ने बुधवार को पांच शिकारियों को पकड़ा। पूछताछ में पांचों ने कुबूल किया कि, सालों से बाघ एवं वन्य प्राणियों का अवैध शिकार करने वाले गिरोह में शामिल हैं। इसके बाद एसटीआर को खबर दी गई, जिस पर बुधवार रात को पांचों शिकारियों को वन टाइगर स्ट्राइक फोर्स अपने कब्जे में लेकर रवाना हो गया। इस तरह अभी तक 25 शिकारी हाथ लग चुके हैं।पुलिस ने पकड़ी खाल नरेगांव के नजदीकी गांव उमरखोड़ गांव के सरपंच इत्तूलाल ने पुलिस को सूचना दी कि, एक बोरी लावारिस पड़ी है। इस पर डॉग स्क्वॉड के साथ पहुंची पुलिस ने बोरी को खोला तो बाघ की खाल निकली। इसकी सूचना मिलने पर एसडीओ फॉरेस्ट विनोद श्रीवास्तव और रेंजर संदीप माहेश्वरी मय स्ट्राइक फोर्स के पहुंचे और खाल जब्त की। हालांकि, अब इस खाल बरामदगी को फॉरेस्ट महकमा अपनी उपलब्धि बता रहा है।