मध्यप्रदेश के लिये नई रिजर्व बटालियन के गठन की मांग
मध्यप्रदेश के लिये नई रिजर्व बटालियन के गठन की मांग
मध्यप्रदेश में नई रिजर्व बटालियन का गठन किया जाए। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के दौरान यह बात कही। केन्द्रीय श्रम मंत्री एवं ग्वालियर के सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर भी इस अवसर पर उनके साथ थे। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में नक्सल समस्या उन्मूलन के लिये 208वीं कोबरा वाहिनी तैनात थी जिसे अब हटा लिया गया है। अतः प्रदेश में एक नई रिजर्व बटालियन के गठन की आवश्यकता है। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से रिजर्व बटालियन के गठन का आग्रह किया। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इस बात को सकारात्मक रूप से लेते हुए नेता द्वय को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से प्रदेश में कृषि विकास दर वृद्धि और किसानों को दिये जाने वाले बोनस की जानकारी देते हुए कहा कि बोनस से कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिला है और मध्यप्रदेश के कृषक उत्साहित होकर राष्ट्रीय कृषि उत्पादन में अपना योगदान कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में विगत तीन वर्ष से निरंतर प्रतिवर्ष 20 प्रतिशत की दर से कृषि उत्पाद में वृद्धि हो रही है।मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों की समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2013 में अति वृष्टि और बाढ़ से मध्यप्रदेश में सोयाबीन की फसल को भारी क्षति पहुँची थी। इसके अलावा फरवरी-मार्च 2014 में अति वृष्टि और ओला वृष्टि के कारण प्रदेश के 51 जिले में से 49 जिले के 31 लाख 46 हजार किसान की फसलें खराब हुईं। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री को बताया कि कैसे राज्य ने अपने स्रोतों से किसानों को 2150 करोड़ रूपये से अधिक की सहायता वितरित की है। यह सहायता राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे जमा की गयी। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री से मुलाकात कर राज्य के लिये 5,963 करोड़ 22 लाख रूपये के पेकेज की मांग की है। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से राज्य को कृषक हित में यह सहायता दिलवाने में सहयोग की अपील की है।