DPC ने कहा आरोप निराधार शैक्षणिक कार्य ठीक नहीं
आदिवासी कल्याण विभाग के छात्रावासों का प्रभार संभाल रही तीन शिक्षिकाओं ने डीपीसी के खिलाफ जातिसूचक शब्द को लेकर शिकायत दर्ज कराई शिक्षिकाओं ने आरोप लगाया है की उन्होंने जाति सूचक शब्द बोलते हुए नौकरी से निकालने की धमकी दी गई | उधर डीपीएस ने आरोपों को निराधार बताया है |
हरदा में आदिवासी कल्याण विभाग के आश्रम व छात्रावासों का प्रभार संभाल रही तीन शिक्षिकाओं ने थाने में डीपीसी डॉ आर एस तिवारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई | उनका आरोप है कि डीपीसी ने उन्हें कार्यालय का समय ख़त्म होने के बाद बुलाया और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया | शिक्षिकाओं ने आरोप लगाया है कि जब वो स्कूल की वर्क बुक सहित अन्य दस्तावेज दिखा रही थी तभी तिवारी अचानक उन पर भड़क गए | वेतन रोकने तथा नौकरी से निकालने की धमकी देने लगे | पीड़ित महिलाओं ने पुलिस और कलेक्टर से इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है
जब डीपीसी डॉक्टर तिवारी बात की गई तो उनका कहना है की शिक्षा विभाग के 11 शिक्षक शिक्षिकाएं आदिम जाति कल्याण विभाग के आश्रम व छात्रावास का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं | इससे उनके मूल स्कूलों में शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहा है | एक महीने पहले जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर उक्त शिक्षक शिक्षिकाओं को स्कूल में पढ़ाने को कहा था| इसके बावजूद इन स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार नहीं आया | इसी संबंध में शिक्षक गुरुवार को उनके कार्यालय पहुंचे थे | वहां ऐसी कोई बात नहीं हुई जो उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं |