लोकायुक्त छापा ,ढ़ाई करोड़ का बाबू
लोकायुक्त छापा ,ढ़ाई करोड़ का बाबू
लोकायुक्त की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह करीब 6 बजे महेश्वर जनपद पंचायत के क्लर्क पर शिकंजा कसा। अनुपातहीन संपत्ति की सूचना पर लोकायुक्त की अलग- अलग टीमों ने क्लर्क के महेश्वर, इंदौर और पैतृक गांव माचलपुर के घरों पर दबिश दी। प्रारंभिक छानबीन और सर्च में इसके पास ढ़ाई करोड़ से भी अधिक की संपत्ति होने का पता चला है। इस बात की तस्दीक मीडिया के सामने डीएसपी जीडी शर्मा ने की। लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है।क्लर्क बाबूलाल पटेल जनपद पंचायत महेश्वर में सहायक ग्रेड 2 की पोस्ट पर है। लोकायुक्त की तीन टीमों ने मंगलवार सुबह एक साथ उसके तीनों घरों पर छापे मारे। मुख्य कार्रवाई महेश्वर में डीएसपी जीडी शर्मा के नेतृत्व में हुई। महेश्वर में डाक बंगला रोड पर इसके दो मकान हैं। दोनों मकानों पर लोकायुक्त टीम एक साथ पहुंची। इसके साथ ही रानीबाग के अनंतकृपा रेसीडेंसी में फ्लैट नं. 101 पर इंस्पेक्टर एसएस राघव और माचलपुर के पैतृक मकान पर डीएसपी एसएल कटारिया के नेतृत्व में टीम पहुंची।एसपी लोकायुक्त वीरेंद्रसिंह भी महेश्वर पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक और उसके घरों से मिले दस्तावेजों से पता चला है कि उसके पास पांच मकान (महेश्वर में तीन, माचलपुर में एक और एक इंदौर के रानीबाग में) हैं। चार प्लॉट हैं, जिनमें से एक मंडलेश्वर और तीन आईयूसी फॉम्र्स में। इसके अलावा खेती की जमीन खरीदे जाने के दस्तावेज भी मिले हैं जो उसने खरगोन जिले के खराड़ी, माचलपुर, बागदरा, दकनीपुरा, बंजारी गांव में खरीद रखी है। जमीन का कुल रकबा 33.9 एकड़ बताया जा रहा है।लोकायुक्त टीम जब पटेल के घर दस्तावेजों की जांच कर रही थी तो अफसर यह देखकर हैरत में पड़ गए कि 28 बैंकों में उसके खाते हैं। इन खातों में 14 लाख 73 हजार की रकम होने की जानकारी मिली है। घर से 67 हजार रूपए नकद और करीब 70 हजार के मूल्य का सोना-चांदी मिला है। बीमा पालिसियों में साढ़े चार लाख रूपए का निवेश भी सामने आया। घर पर एक स्कॉर्पियो और एक आल्टो कार के साथ तीन बाइक पाई गईं। इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एक लॉकर के दस्तावेज की जानक ारी भी मिली है। लॉकर को खुलवा कर जांच की जा रही है।आपको बता दें कि, बाबूलाल पटेल पिछले 13-14 सालों से महेश्वर में ही पदस्थ है। लोकायुक्त की यह कार्रवाई एक गोपनीय शिकायत के आधार पर की गई है। अभी क्लर्क के बैंक लॉकर, ऑफिस और बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान पर कार्रवाई होना बाकी है।