किसानों क़ो आने लगे बैक़ो से नोटिस
नहीं हुआ ऋण माफ़, ब्याज सहित पैसा दें
ऋण ना जमा करने पर होगी कुरकी की कार्यवाई
राशि ना जमा होने पर नहीं मिलेगा बीमे का लाभ
कमलनाथ सरकार के किसान कर्जमाफी के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है | कांग्रेस ने अपने चुनावी वचनपत्र में सरकार बनने के 10 दिन के अंदर किसान कर्ज माफी की घोषणा की थी | इसे लेकर सरकार के सभी मंत्रियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बड़े कार्यक्रम कर मंचों से किसानो के कर्ज माफी के प्रमाण पत्र भी बांट दिए | किसानों को लगा कि उनका कर्जा माफ हो गया है | लिहाजा किसानों ने बैंकों से लिए ऋण की राशि जमा भी नहीं की | लेकिन अब सरकार बनने के दस महीने बाद बैंकों ने किसानों को ऋण की राशि ब्याज सहित जमा करने के नोटिस जारी कर दिए हैं | जिससे किसान खुद को ठगा महसूस कर रहा है |
कमलनाथ सरकार के किसान ऋण माफी के दावे झूठे है | ये हम नहीं खुद किसान कह रहे | मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद मुख़्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ लेने के तुरंत बाद ही अपनी पहली \"फाइल किसानो के कर्ज माफी\" पर हस्ताक्षर कर किसानों का कर्ज माफ होने की बात कही थी लेकिन राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत कें विधानसभा क्षेत्र के जैसीनगर तहसील में अनेक गांवों के किसान को बैंकों द्वारा नोटिस आए हैं | किसान नारायण सिंह ने बताया कि उन्होंने चालीस हजार का लोन लिया था | लेकिन अब पैसठ हजार हो गया है | उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था 10 दिन में कर्जा माफ करेंगे | लेकिन 10 महीने हो गए अब तक कर्जा माफ नहीं हुआ | किसान शिवराज का कहना है कि खाद बीज के लिए पैसे लिए थे | कमलनाथ आए थे उन्होंने कहा था हम कर्जा माफ करेंगे | अब हम कहां से भरें | इस बार फसलें भी खराब हो गई है | कमलनाथ जी आइये हम आपको किसानो की व्यथा सुनवाते है | आपके ऋण माफी के वादे ने कैसे किसानो को और परेशानी में डाल दिया है | जो काम आपको दस दिन में करना था वो आप दस महीने भी नहीं कर पाए हैं |
किसान अवध नरेश का कहना है कि हमने डेढ़ लाख रुपए कर्जे के रूप में लिया था | बैंक वाले हमारे यहां आए थे | और उनका कहना था कि पैसा भरो वरना तुम्हारी कुर्की कर देंगे | हमारे पास तो कुछ नहीं बचा | इस बार फसल भी खराब हो गई हम कहां से भरेंगे | बैंक वाले कहते हैं पैसा भरो वरना ब्याज लगेगा |
कमलनाथ जी आपके ऋण माफी वादे के बाद किसानो ने यह सोच कर कर्ज नहीं भरा की प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है तो ऋण माफ़ होंगे | लेकिन यह क्या ऋण माफ़ हुआ नहीं और बैंक ब्याज सहित ऋण देने की बात कह रहे हैं | नहीं देने पर घर कुर्क करने की धमकी दी जा रही है | किसान गुड्डन का कहना है कि पहले तो हम थोड़ा थोड़ा पैसा भर देते थे | लेकिन कमलनाथ जी ने कहा था कि हम कर्जा माफ कर रहे हैं | जिससे हमने कर्जा नहीं भरा | और अब ब्याज के साथ नोटिस आ रहे है |
कमलनाथ जी आइये अब हम आपको स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा जैसीनगर के प्रबंधक एके गुप्ता की बात सुनवाते है | जिसमे अधिकारी साफ़ तौर पर कह रहे है की | लोन का पैसा खाते में नहीं आया है | और ऋण जमा करना होगा | कर्ज़ माफ़ी समय पर होना था | पर समय पर नहीं हुआ तो | कंप्यूटर ब्याज तो बढ़ाएगा ही | और इसके साथ ही पेनल्टी भी लगाएगा | जिससे किसानों को बीमा का भी लाभ नहीं मिलेगा | इसलिए सभी किसानों से कहा जा रहा है कि ऋण के पैसे समय पर भरें |