कोई लुढ़कते हुए ,कोई पहुंच रहा है घुटनों के बल
नवरात्री में माईजी यानि दंतेश्वरी देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से दंतेवाड़ा पहुंच रहे हैं | इनमें कुछ भक्त ऐसे भी है, जो मन्नत पूरी होने पर कृतज्ञता जताने घुटने के बल या फिर सड़क पर लुढ़कते हुए और लेटकर माँ के दरबार में पहुँच रहे हैं |
माईजी के दरबार में श्रद्धालुओं की आस्था हर दिन बढ़ रही है | श्री दंतेश्वरी शक्तिपीठ में नवरात्र के अवसर पर श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ रहती है ...सुबह विशेष श्रृंगार और मंत्रोचार के साथ पूजा संपन्न् होती है | इसके साथ ही दिन भर श्रद्धालुओं का रेला मंदिर में लगा रहा है | श्रद्धालुओं में कुछ ऐसे भी हैं जो मनोकामना पूर्ण होने पर कृतज्ञता जताने लेटकर | लुढ़कते हुए | पेट के बल सरककर तो घुटने टेकते माई के दरबार में पहुंचे रहे हैं |
इनमें अधिकांश अधिकांश गीदम से घुटने के बल या सड़क पर लुढ़कते माई के दरबार में पहुंच रहे हैं | इनके साथ उनके कुछ सहयोगी भी है जो रास्ते में पड़े धूल- कंकड़ को साफ कर रहे हैं | खराब और उखड़ी सड़कें श्रद्धालुओं को चुनौती दे रही हैं | लेकिन माईजी का अगाध प्रेम और आस्था के बीच यह दर्द सहते हुए वे मुस्कुराते आगे बढ रहे हैं | जगदलपुर, बीजापुर के ये श्रद्धालु गीदम पहुंचने के बाद दंतेवाड़ा के लिए रवाना होते हैं | इस सब को देखते हुए प्रशासन ने नवरात्र पर जगदलपुर, बीजापुर से दंतेवाड़ा की ओर आने वाले सभी वाहनों की रफ्तार नियंत्रित रखने के निर्देश दिए हैं |