रीवा में स्थापित होगा माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नया परिसर
रीवा में स्थापित होगा माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नया परिसर
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का नया परिसर रीवा में बनेगा। इसके पहले ग्वालियर,खण्डवा और अमरकंटक में परिसर स्थापित हो चुके हैं। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता की अध्यक्षता में हुई महापरिषद की बैठक में प्रबंध समिति के कार्यों के निर्धारण के लिये समिति के गठन का निर्णय लिया गया। बैठक में जनसंपर्क, खनिज एवं ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।बैठक में एन सी आर दिल्ली में विश्वविद्यालय के परिसर के लिए भवन क्रय करने के लिए नयी समिति गठित करने का निर्णय लिया गया। श्री गुप्ता ने बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को अप्रसन्नता-पत्र देने का निर्देश दिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सार्क देशों के समाचार-पत्रों में भारत से संबंधित समाचारों को कम्पाइल कर 15 दिन में ई-कांटेट के रूप में पब्लिक डोमेन में रखा जायेगा।चीन की बीजिंग इंस्ट्टीयूट ऑफ ग्राफिक कम्युनिकेशन के साथ सहयोग तथा दुबई में अध्यापन केन्द्र खोलने के संबंध में चर्चा करने का निर्णय लिया गया। श्री कमल चोपड़ा को एडजंक्ट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति तथा बिसनखेड़ी में प्रस्तावित विश्वविद्यालय भवन के लिए मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल द्वारा प्रस्तुत कार्य-योजना को स्वीकृत किया गया।विश्वविद्यालय में रजत जयंती वर्ष 2015-16 के लिये एक करोड़ रूपये की स्वीकृति दी गयी। इस दौरान विभिन्न संगोष्ठी एवं प्रतियोगिताएँ होंगी।बैठक में विश्वविद्यालय की महापरिषद के अध्यक्ष मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को प्रबंध समिति के 3 सदस्य के मनोनयन और विश्वविद्यालय अधिनियम में सुधार के लिये समिति बनाने के लिये अधिकृत किया गया। यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय के अमरकंटक, खण्डवा और ग्वालियर परिसर के लिये नि:शुल्क भूमि आवंटित करने के लिये राज्य शासन से अनुरोध किया जाय।कुलपति डॉ.बी.के.कुठियाला ने विभिन्न प्रस्ताव की जानकारी दी। महापरिषद के सदस्यों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये।विश्वविद्यालय के रेक्टर लाजपत आहूजा और कुलसचिव डॉ.सच्चिदानंद जोशी ने सदस्यों का स्वागत किया। बैठक में सदस्य कैलाश चंद्र पंत, प्रशांत पॉल, रूचि विजयवर्गीय, डॉ.हिमांशु द्विवेदी, उमेश उपाध्याय, डॉ. हितेश शंकर, मुकेश शाह, लोकेन्द्र पाराशर, डॉ. शिरीश काशीकर, विश्वनाथ सचदेव, गौरांश अग्रवाल एवं श्री किरण शेलार उपस्थित थे।